स्कूल में शिक्षक ने किया दूसरी कक्षा की मासूम छात्रा का यौन उत्पीडऩ, कार्रवाई के आदेश

कोलकाता । महानगर के दो मशहूर स्कूलों जीडी बिरला और एमपी बिरला के बाद अब एक और स्कूल में एक बच्ची के यौन उत्पीडऩ का मामला प्रकाश में आया है। घटना देशप्रिय पार्क के पास स्थित कार्मेल स्कूल की है। यहां दूसरी कक्षा की एक छात्रा के कथित यौन उत्पीडऩ का आरोप नृत्य सिखाने वाले शिक्षक पर लगा है। लोगों के भारी विरोध के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। स्कूल ने भी उसे सस्पेंड किया है। बच्ची का गुप्त बयान रिकार्ड करने की तैयारी पुलिस कर रही है। साथ ही उसकी मेडिकल जांच भी की जाएगी।
इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं बेहद शर्मनाक हैं। इसे बिल्कुल बर्दास्त नहीं किया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने उक्त स्कूल में सुरक्षा मानकों समेत स्कूल प्रबंधन की भूमिका की जांच भी आश्वासन दिया है।
पांच महीनों से कर रहा था उत्पीडऩ-आरोप है कि गत पांच महीने से वह बच्ची का यौन उत्पीडऩ कर रहा था और किसी को बताने पर स्कूल की छत से फेंक देने की भी धमकी देता था। इसी डर से वह किसी से कुछ नहीं बताती थी। इधर कुछ दिनों पहले स्कूल की ओर से बच्चों को पिकनिक पर ले जाया गया था। आरोप है कि उस दौरान भी उसने यौन उत्पीडऩ की थी। गुरुवार को ही अभिभावकों ने इसकी जानकारी स्कूल प्रबंधन को दी थी और आरोपित शिक्षक के खिलाफ टॉलीगंज थाने में भी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन 24 घंटे बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण शुक्रवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। पूरे स्कूल परिसर को घेरकर अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके बाद मौके पर पहुंच अभिभावकों का विवाद हुआ। उस दौरान आरोपित शिक्षक स्कूल के अंदर ही था। बाद में मौके पर पहुंचे आला अधिकारियों ने लोगों को समझाकर उक्त शिक्षक को गिरफ्तार किया है। स्कूल ने भी अपनी ओर से कार्रवाई करते हुए उसे सस्पेंड कर दिया है। हालांकि स्कूल में अभिभावकों का विरोध प्रदर्शन जारी है। लोगों का आरोप है कि इस बारे में स्कूल प्रबंधन को पहले से ही जानकारी मिल गई थी लेकिन आरोपित शिक्षक पर कार्रवाई करने के बजाय पूरी घटना पर पर्दा डाले रखा। लोगों ने स्कूल परिसर में सीसीटीवी नहीं होने तथा निगरानी शिक्षकों की गैर-मौजूदगी को लेकर भी अभिभावकों में गुस्सा है। तनाव को देखते हुए वहां भारी संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है।
पुलिस सुरक्षा में निकाले गए शिक्षक-इधर अभिभावकों के भारी विरोध के बीच स्कूल में फंसे प्रिंसिपल समेत अन्य शिक्षकों को बाहर निकाला गया है।
बाल अधिकार आयोग के प्रतिनिधि भी पहुंचे-इधर विरोध प्रदर्शन कर रहे अभिभावकों को राज्य बाल आयोग का भी साथ मिला है। आयोग की ओर से सौमित्र राय एवं सुदेशना राय ने स्कूल में जाकर अभिभावकों के प्रतिनिधियों व स्कूल प्रबंधन से बातचीत कर पूरा वारदात की जानकारी ली है। इस मामले में कड़ी कार्रवाई का आश्वासन उन्होंने दिया है।
नहीं की गई सरकारी पहल भी-उल्लेखनीय है कि पिछले साल महानगर के ही जीडी बिरला और एमपी बिरला सरीखे दो बड़े स्कूलों में भी दो बच्चियों से पीटी शिक्षकों द्वारा यौन उत्पीडऩ का मामला प्रकाश में आया था। इसे लेकर पूरे महानगर में अभिभावकों ने तीव्र विरोध प्रदर्शन किया था। वारदात के बाद राज्य सरकार ने भी स्कूलों में सीसीटीवी लगाने, निगरानी अधिकारी की नियुक्ति समेत अन्य सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करवाने का आश्वासन दिया था लेकिन करीब तीन महीने बीतने के बाद भी स्कूलों में ऐसी कोई स्थायी पुख्ता व्यवस्था करवाने की पहल नहीं की गई है जिससे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।