बैडमिंटन: गुरु गोपीचंद को पीवी सिंधु और साइना नेहवाल से है यह उम्मीद...

नई दिल्ली: टिप्पणियांभारतीय बैडमिंटन टीम के राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि रियो ओलिंपिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधु और गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स की स्वर्ण पदक विजेता साइना नेहवाल उनके लिए दो अनमोल रत्न हैं और आगामी टोक्यो ओलिंपिक में वह उनसे पदक का रंग बदलने की उम्मीद करते हैं. सिंधु, साइना और गोपीचंद को यहां भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की ) की महिला संगठन (एफएलओ) ने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया. इस अवसर पर सिंधु और साइना के माता-पिता भी मौजूद थे. साइना नेहवाल ओलिंपिक खेलों में कांस्य पदक भी हासिल कर चुकी हैं.
गोपी ने सम्मान समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा, "मु़झे उम्मीद है कि मेरे दो अनमोल रत्न (सिंधु और साइना) अगले ओलिंपिक में अपने मेडल का रंग बदलने में कामयाब होंगी. ये दोनों खिलाड़ी पिछले कुछ समय से शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. साइना ने चोट के बाद अच्छी वापसी की है और कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण जीतना इसका एक उदाहरण है." साइना नेहवाल ने हाल ही में दुनिया के टॉप10 खिलाड़ियों में वापसी की है. गोपी ने खुद का उदाहरण देते हुए कहा, "जब मैं खेलता था तो लोग मुझसे कहते थे कि कम से कम कांस्य पदक तो जीतो. उस समय लोगों को मुझसे बहुत उम्मीदें थीं. ठीक वैसे ही, मुझे भी इन खिलाड़ियों से काफी उम्मीदें हैं."
वीडियो: गोपीचंद बोले, क्रिकेट को छोड़ दें तो बैडमिंटन भारत का नंबर 1 खेलयह पूछे जाने पर कि एकल में खिलाड़ी में अच्छा कर रहे हैं लेकिन युगल में पीछे हैं, गोपी ने कहा, "ऐसा नहीं हैं, युगल में भी खिलाड़ी अच्छा कर रहे हैं और उन्होंने गोल्ड कोस्ट में टीम चैंपियनशिप में हमने रजत पदक जीता है. कुछ मुकाबले काफी नजदीकी रहे लेकिन कुल मिलाकर खिलाड़ियों का प्रदर्शन सराहनीय रहा. "यह पूछे जाने पर कि सिंधु और साइना में क्या समानता है, बैडमिंटन कोच ने कहा, " दोनों खिलाड़ी काम करने से पीछे नहीं हटतीं. सिंधु किसी से साथ भी घुलमिल जाती हैं जबकि साइना ज्यादा ओपन नहीं होती है."