हरिद्वार । उत्तराखंड में कांवड़ स्पेशल ट्रेन में बम की सूचना से पुलिस, जीआरपी और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। ट्रेन दिल्ली से यात्रियों को लेकर हरिद्वार पहुंची थी। पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने आनन फानन यात्रियों को अलर्ट करते हुए स्टेशन पर छानबीन शुरू कर दी, लेकिन बम नहीं मिला।
जांच में सामने आया कि सूचना फर्जी थी। कांवड़ियों का आपस में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। गाजियाबाद निवासी रिंकू वर्मा ने कंट्रोल रूम में ट्रेन में बम होने की झूठी सूचना दे दी। पुलिस ने रिंकू वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक रविवार रात करीब दो बजे दिल्ली से चलकर कांवड़ स्पेशल ट्रेन हरिद्वार पहुंची। ट्रेन के पहुंचते ही किसी ने पुलिस कंट्रोल रूम में ट्रेन में बम होने की सूचना दे दी।
सूचना देने वाले ने बताया कि ट्रेन में कुछ संदिग्ध लोग हैं। आपस में ट्रेन में बम लगाने की बातचीत कर रहे हैं। इस सूचना के बाद पुलिस में हड़कंप मच गया। कंट्रोल रूम से सुरक्षा एजेंसियों और बम निरोधक दस्ते को अलर्ट जारी किया गया। आनन-फानन में जीआरपी एसएसपी ददन पाल सिंह, एएसपी अरुणा भारती, थानाध्यक्ष जीआरपी अनुज कुमार, थानाध्यक्ष आरपीएफ बम निरोधक दस्ते, बम निरोधक दस्ता और दमकल वाहनों के साथ स्टेशन पहुंच गए।
इससे पहले जीआरपी ने यात्रियों को अलर्ट करते हुए स्टेशन खाली करवा दिया।
बम निरोधक दस्ते ने ट्रेन की तलाशी ली, लेकिन कहीं कोई संदिग्ध वस्तु या बम नहीं मिला। ट्रेन से उतरे कई यात्रियों से पूछताछ की गई। रेलवे स्टेशन परिसर से ही रिंकू वर्मा निवासी गाजियाबाद को दबोच लिया। रिंकू नशे में था और वह कांवड़ लेने हरिद्वार आया था।
पूछताछ में रिंकू ने बताया कि ट्रेन में सीट पर बैठने को लेकर कुछ लोगों से झगड़ा हो गया था। उन लोगों ने उसकी पिटाई कर दी। उनको सबक सिखाने के लिए ही उसने ट्रेन में बम होने की फर्जी सूचना कंट्रोल रूम को दी। एसएसपी जीआरपी ददन पाल सिंह ने बताया कि कंट्रोल रूम से अलर्ट जारी होते ही मामले को गंभीरता से लेकर आरोपी को तत्काल गिरफ्तार कर लिया। आरोपी शराब के नशे में था। जिसका देर रात में मेडिकल कराया गया।