फीफा विश्व कप 2022 में क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान अर्जेंटीना और नीदरलैंड्स के खिलाड़ी भिड़ गए थे। अंत में अर्जेंटीना ने यह मैच जीता और सेमीफाइनल में जगह बनाई, लेकिन अब दोनों टीमों के खिलाड़ियों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। फीफा ने अर्जेंटीना और नीदरलैंड के खिलाड़ियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फीफा ने लियोनल मेसी की कप्तानी वाली अर्जेंटीना की टीम के खिलाफ नियम तोड़ने और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का चार्ज लगाया है।

इस मैच के दौरान रिकॉर्ड 17 कार्ड दिए गए थे। विश्व कप के किसी मैच में यह किसी रेफरी द्वारा दिखाए गए कार्ड की सबसे बड़ी संख्या थी। इस मैच के दौरान स्पेन के रेफरी एंटोनियो मिगुएल लाहोज ने नीदरलैंड के खिलाड़ी डेनजल डमफ्राइज को रेड कार्ड भी दिया था।फीफा ने अपने बयान में कहा "फीफा अनुशासनात्मक समिति ने नीदरलैंड और अर्जेंटीना के बीच फीफा विश्व कप के दौरान फीफा अनुशासनात्मक संहिता के अनुच्छेद 12 (खिलाड़ियों और अधिकारियों के कदाचार) और 16 (मैचों में आदेश और सुरक्षा) के संभावित उल्लंघनों के कारण अर्जेंटीना फुटबॉल एसोसिएशन के खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी है। यह मैच नौ दिसंबर को हुआ था।"

फीफा के बयान में कहा गया "इसके अलावा, फीफा अनुशासनात्मक समिति ने उसी मैच के संबंध में फीफा अनुशासनात्मक संहिता के अनुच्छेद 12 के संभावित उल्लंघनों के कारण डच फुटबॉल एसोसिएशन के खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी है।"नीदरलैंड के स्ट्राइकर वॉट वेघोरस्ट इस मैच में शुरुआत में बेंच पर थे, लेकिन बाद में उन्हें मैदान में भेजा गया और उन्होंने दो गोल कर अपनी टीम को बराबरी पर पहुंचा दिया।

इसके बाद यह मैच अतिरिक्त टाइम पर बराबरी पर रहा। अंत में पेनल्टी शूटआउट में मैच का नतीजा निकला। इस बीच दोनों टीमों के खिलाड़ी आपस में भिड़ गए। मैच खत्म होने के बाद भी दोनों टीमों के खिलाड़ी आमने-सामने आए। अर्जेंटीना के कप्तान मेसी की नीदरलैंड के कोच लुइस वैन गाल से बहस हो गई थी। विश्व कप के सेमीफाइनल में मंगलवार को अर्जेंटीना का सामना क्रोएशिया से होना है।