भोपाल ।   मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के नोटिस पर तिलमिलाए हुए हैं। उन्‍होंने ईडी के समन पर पत्र लिखकर पूछा है कि उन्हें 27 जनवरी को ईडी के दिल्ली कार्यालय में बुलाया गया, लेकिन इसमें कहीं यह नहीं बताया कि आरोप क्या है। अभी तक मैने ऐसा कोई काम नहीं किया है, जिससे ईडी नोटिस दे सके। नियमानुसार किसी भी समन में यह उल्लेख किया जाता है कि किस आरोप में बुलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ईडी भाजपा सरकार का एजेंट बनकर काम कर रहा है। डा. सिंह शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि ईडी ने उन्हें 13 जनवरी को नोटिस भेजा था। डा. सिंह के अनुसार उन्हें यह नोटिस 24 जनवरी को मिला। इसके बाद उन्होंने अधिवक्‍ता कपिल सिब्बल और विवेक तन्खा से चर्चा की। दोनों ने कहा कि इस तरह का नोटिस नहीं भेजा सकता। इसके बाद उल्टा ईडी को नोटिस देकर पूछा है कि उन पर आरोप क्या है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने कहा कि ईडी, सीबीआइ, लोकायुक्त जैसी संस्थाएं भाजपा के अनुषांगिक संगठन की तरह काम कर रही हैं। भाजपा ने कांग्रेस के 130 नेताओं की सूची तैयार की है, जिन्हें विधानसभा चुनाव से पहले इसी तरह से प्रताड़ित करने की तैयारी है। कांग्रेस सड़क पर उतरेगी, पर हार नहीं मानेगी।