भोपाल ।    राजधानी के एक ग्रामीण इलाके में संचालित जीवदया गोशाला में गायों के कंकाल मिलने और उनकी बदहाली का मामला सामने आने के बाद हंगामा मच गया है। इस मुद्दे पर अब सियासत भी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने इस मामले में सीधे राज्य सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि जीवदया गौशाला में गौमाताओं के कंकाल मिलने और सैकड़ों गऊ माताओं के मृत होने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने एक कमेटी बनाई है। जिसके प्रतिनिधियों ने मंगलवार को जीवदया गोशाला का निरीक्षण किया। कांग्रेस के प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि जीवदया गौशाला की स्थिति इस कदर बदतर है कि वहां किसी व्यक्ति को अंदर जाने में ही नरक के दर्शन हो जाते हैं। कांग्रेस की टीम ने पाया कि वहां पर तीन गायों के शव पड़े हुए थे और सैकड़ों गायों के कंकाल ट्रक से भरकर अन्य जगह ले जाये जा रहे थे। कहने को यह राजधानी की एक प्रमुख गोशाला है, किंतु वहां पर गायों को खाने-पीने की कोई सुविधा नहीं है। जो पानी वहां पर गायें पी रही हैं, उसमें बड़ी मात्रा में काई जमी हुई है। इतना ही नहीं, गायों को खाने के लिए घास भी नहीं मिल रही है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि जीव दया गोशाला का संरक्षण भाजपा के एक नेता द्वारा किया जा रहा है और ऐसा प्रतीत होता है कि पशुसंहार कर चमड़े का यह कारोबार किसी बड़े व्यापार को बढ़ावा देने के लिए किया रहा है। कांग्रेस ने इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच की भी मांग की है।