सीएम राइज स्कूल में स्थाई प्राचार्य की नियुक्ति करेंगे 


भोपाल । प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि इस साल के अंत तक 49000 शिक्षकों की भर्ती करेंगे। इतना ही नहीं,  सीएम राइज स्कूलों में जहां प्रभारी प्राचार्य हैं, वहां भी हम प्रक्रिया पूरी कर स्थाई प्राचार्य की नियुक्ति करेंगे। श्री परमार ने यह जानकारी प्रश्नकाल शुरू होते ही सिंरोज विधायक उमाकांत शर्मा द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर में दी। श्री शर्मा ने सवाल किया कि सिरोंज में सीएम राइज स्कूल की जहां डीपीआर बनाई गई, वहां बरसात में कमर तक पानी भर जाता है। आगे कहा कि यहां डीपीआर क्यों बनाई गई और मैदान को छोटा क्यों किया गया? इसकी जांच हो। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि मैदान 5 किलोमीटर ऊपर पहाड़ी पर है। थोड़ा नीचे पानी भरने की संभावना है। मंत्री का जवाब सुनकर उमाकांत शर्मा ने कहा कि यह बिल्कुल गलत बात है, मैं उनको चैलेंज कर रहा हूं। नरोत्तम ने बीच में कहा कि हमारे विधायक के साथ अन्याय नहीं होगा। उनकी इच्छा के अनुरूप मंत्री जी बात करके काम करेंगे। शर्मा बोले कि यह मुख्यमंत्री का सबसे अच्छा बच्चों के हित में प्रयास है, लेकिन मेरी उपेक्षा हो रही है। हंगामे पर मंत्री परमार ने कहा कि विधायक जी को जो आपत्ति है, इसको लेकर मैं स्वयं चर्चा कर समाधान करूंगा। श्री शर्मा ने फिर कहा- 2013 से मेरे यहां संस्कृत विद्यालय संचालित है। इसका आज तक भवन नहीं बना, कब तक बन जाएगा। मंत्री परमार ने कहा कि संस्कृति स्कूल के लिए जमीन आवंटित हो गई है। भवन बनाने का काम जल्द शुरू हो जाएगा। इसी बीच पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा, 7 महीने बाकी हैं, सबका समाधान करेंगे सज्जन सिंह वर्मा ने भी सीएम राइज स्कूलों के विज्ञापन को लेकर पूछा। उन्होने कहा कि मेरे प्रश्न के जवाब में मंत्री ने इस बात को दर्शाया है कि विज्ञापन पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए। वाहवाही पर करोड़ों खर्च हो रहे हैं, जबिक बच्चों के लिए भवन नहीं। वर्मा ने कहा कि 300000 बच्चे सरकारी स्कूलों से निकल गए, आपके यहां प्राचार्य तक नहीं है। वर्मा ने सवाल किया कि इतना बता दें कि प्राचार्य के पद कब तक भर देंगे, सारे स्कूलों के भवन कब तक बन जाएंगे। मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि हम पहले टेस्टिंग कर रहे हैं, ताकि भवन की अवधि लंबी रहे। परमार ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग के पास 274 स्कूल ही हैं, बाकी ट्राइबल विभाग के पास हैं। मंत्री ने कहा कि 104 नियमित प्राचार्य हैं। बाकी को प्रभारी प्राचार्य बनाकर संचालित कर रहे हैं। भवनों की डीपीआर का काम चल रहा है। 25-30 करोड़ की बिल्डिंग बन रही है। पहले का समय हमने देखा है 2 करोड़ देने पर सालों तक हिसाब नहीं मिलता था। नरोत्तम मिश्रा ने बीच में ही कहा कि सज्जन वर्मा जिस कैबिनेट में मंत्री थे, उसने 500 रु. में शिक्षकों की भर्ती की थी। पेड़ के नीचे स्कूल लगते थे।सज्जन वर्मा बोले- जब लिस्ट आई थी, तब सोनकच्छ में स्कूल का नाम था। बाद में लगा कि कांग्रेस का विधायक है तो नाम हटा दिया। वर्मा ने आगे कहा, बच्चों ने भूख हड़ताल की थी। सोनकच्छ के बच्चों पर न मामा को तरस आया, न मंत्री को। मंत्री बोले- भाजपा की सरकार ने कोई भेदभाव नहीं किया। नीतिगत रूप से स्कूल खोले जा रहे हैं। नरोत्तम बोले- 78 कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र में सीएम राइज स्कूल खुले।ता प्रतिपक्ष बोले- मंत्री ने मुझे भरोसा दिया था कि मेरे क्षेत्र में सीएम राइज स्कूल खोलेंगे। लेकिन, आज तक स्कूल नहीं खुला।कमलनाथ बोले- अब 7 महीने बचे हैं। अस्पतालों में डॉक्टर नहीं, स्कूलों में शिक्षक नहीं, खम्भों में बिजली नहीं। मेरे साथी चिंतित न हों, हम 7 महीने बाद सबका समाधान करेंगे। नरोत्तम बोले- इन्होंने दिग्विजय सिंह की सरकार की स्थिति बता दी। यह कह रहे हैं कि सरकार बनने पर हम काम करेंगे। बनी बनाई सरकार नहीं चला पाए।