भोपाल । मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर शासन और प्रशासन के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। उन्होंने बड़ा आरोप लगाकर कहा कि नगरीय निकाय चुनाव के मतदान से एक रात पहले कांग्रेस उम्मीदवारों को पुलिस उठाकर ले गई, झूठे मुकदमे दर्ज हुए और शराब पैसा भी बांटा गया। इसके बाद भी नगरीय चुनाव में हवा कांग्रेस के पक्ष में चल रही है, जीत भी कांग्रेस की होगी। सिंह ने कहा कि कांग्रेस के लोगों ने शराब की गाड़ी को पकड़ा मगर फिर भी पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। उन्होंने बताया कि कांग्रेस के वार्ड-76 के प्रत्याशी की गाड़ी पकड़ी और शराब रखकर केस दर्ज कर दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने आरोप लगाया कि इसी तरह से एक मंत्री मतदान केंद्र में गए और कांग्रेस एजेंट से मतदाता सूची और पर्चियां लेकर भागा दिया। करीब चार मतदान केंद्रों पर ऐसा ही किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस के टीआई तीन दिन पहले थाने में तैनात होते हैं और षड्यंत्र के तहत कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ केस दर्ज कर देते हैं। सिंह ने बताया कि इंदौर में विधायक के बेटे ने पोलिंग एजेंट को मतदान केंद्र से पीट कर भगाया। यह बीजेपी के लोकतंत्र का तरीका है। उन्होंने आरोप लगाया कि वोटर लिस्ट से भी मतदाताओं के 200 से 300 नाम काट दिए गए।
सिंह ने कहा कि एक परिवार के लोगों के बूथ ही अलग-अलग कर दिए गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शासन और प्रशासन का दुरुपयोग किया है। असल में वे मुख्यमंत्री हैं, मगर शासन चला रहे हैं अधिकारी। सीएम को रोज का कार्यक्रम देकर भाषण पढ़ने को दे दिया जाता है। स्थिति यह हो गई है कि सरकारी कर्मचारी ही राजनीतिक कार्यकर्ता बन गए हैं। दिग्विजय ने दावा किया कि बीजेपी के प्रति नाराजगी वोट में तब्दील होगी।