दो पहाड़ों के बीच ऊंचाई पर साइकिल चला सकेंगे, सुपरमैन की तरह रस्सी के सहारे हवा से बातें करते हुए स्लाइड और हरी-भरी वादियों में जंप लगा सकेंगे। ये सब होगा बस्तर में। जल्द ही बस्तर एडवेंचर स्पोर्ट्स का हब बनेगा। दंतेवाड़ा जिले में एडवेंचर स्पोर्ट्स को लेकर नई फैसिलिटी शुरू करने पर तैयारी शुरू हो चुकी है। साहसिक खेलों और मनोरंजन को बढ़ावा देने के लिए बस्तर संभाग के पहले एडवेंचर पार्क की स्थापना जिला खनिज संस्थान न्यास निधि मद के तहत जिला प्रशासन और वन विभाग के संयुक्त रूप से किया जा रहा है। यह डंकनी नदी के तट पर होगा। एडवेंचर पार्क में संचालित होने वाली साहसिक खेल गतिविधियों और प्रशिक्षण से पर्यटकों को अपने स्वास्थ्य को उत्तम बनाए रखने का महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा।

यह पार्क दंतेवाड़ा जिले के पर्यटन विकास के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी। इसके तहत साइकिल जिप लाइन के निर्माण सहित सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा दंतेवाड़ा और इसके आस-पास ढोलकल, सातधार सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थानों तक पर्यटन सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। कलेक्टर ने कहा कि यह पर्यटन के क्षेत्र में पर्यटकों की रुचि का केंद्र और दंतेवाड़ा जिले की प्रगति में मील का पत्थर साबित होगा। एडवेंचर पार्क एक आधुनिक व्यायाम प्रक्रिया साधन है। जिसमें जिप लाइन, साइकिल जिप लाइन, किड एडवेंचर स्पोर्ट्स जैसे रस्सी से निर्मित पुल, हवा में ऊपर छलांग लगाने वाला कमरबंद झूला इत्यादि साहसिक खेल प्रदर्शन के माध्यम से नई विधियों और तकनीकों से परिचय कराना है। इसे ध्यान में रखते हुए खेल प्रशिक्षकों और खेल वैज्ञानिकों ने पार्क के माध्यम से नए और प्रभावी जानकारी कुशलता से प्रदान की जाएगी।

जिले में पर्यटन के क्षेत्र में ढोलकल पहाड़ी में प्राचीन भगवान गणेश जी की प्रतिमा विश्व विख्यात है। यहां देश और विदेश से पर्यटक दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए ढोलकाल में बस्तर और छत्तीसगढ़ की पारंपरिक शैली अनुसार पर्यटकों के रुकने की उत्तम व्यवस्था तथा पारंपरिक खान-पान से संबंधित गढ़कलेवा को स्थानीय रोजगार से जोड़ने की महत्वपूर्ण योजना भी बनाई जा रही है। इस तरह परंपरागत बस्तर और छत्तीसग‍ढ़ि‍या खान-पान के साथ अत्याधुनिक कॉटेज हट अपने आप में आधुनिकता को पारंपरिक संस्कृति के संरक्षण और लोकप्रियता के साथ प्रदर्शित करेंगे।