जबलपुर ।   मदनमहल रेलवे स्टेशन के आउटर पर ट्रेन से एक युवक का पैर कट गया। घायल को घटना स्थल से अस्पताल ले जाने को लेकर डायल 100 के जवान और 108 एबुंलेंस के कर्मचारियों के बीच फोन पर जमकर बहस चली। इस बीच घायल युवक ट्रैक पर दर्द से तड़पता रहा।

मानवता को शर्मसार करने वाली यह घटना :

मदनमहल रेलवे स्टेशन के जबलपुर आउटर पर हुई। विवाद देखकर आरपीएफ और जीआरपी के जवान हरकत में आए और स्टेशन से स्ट्रैचर मंगवाकर घायल को खुद अस्पताल ले गए। इधर मदनमहल रेलवे स्टेशन मास्टर ने सिर्फ घटना का मेमो जारी कर अपनी जिम्मेदारी को पूरा कर दिया। बताया जाता है कि घायल का नाम आफताब आलम, पिता अब्दुल 30 वर्ष है,जो जिला कोकड़ी बिहार का रहने वाला है। युवक मुंबई से बिहार जा रही ट्रेन के जनरल कोच के गेट पर बैठकर यात्रा कर रहा था। भीड़ अधिक होने की वजह से वह ट्रेन के नीचे गिरा और कोच के पहिए में फंसकर उसके पैर कट गए।

क्या है पूरा मामला :

सुबह लगभग साढ़े आठ बजे मुंबई से बिहार जा रही ट्रेन ने मदनमहल रेलवे स्टेशन छोड़ा। कुछ दूर जाते ही जनरल कोच से युवक ट्रैक पर गिरा और उसके दोनों पैर कट गए। इसकी जानकारी तब लगी, जब 20 मिनट बाद पीछे आ रही ट्रेन के ड्राइवर ने देखा। उसने तत्काल इसकी जानकारी रेलवे कंट्रोल को दी। खबर लगते ही मौके पर आरपीएफ और जीआरपी के जवान पहुंच गए। इधर स्टेशन मास्टर ने डायल 100 और 108 एबुंलेंस को इसकी जानकारी दी। लगभग 20 मिनट बाद मौके पर डायल 100 पहुंची, लेकिन युवक को ले जाने से मना कर दिया। उनका कहना था कि 108 आ रही है, वो इसे ले जाएगी। इधर एबुुंलेंसर नहीं पहुंची, लेकिन पुलिस ने जब उन्हें फोन लगाया तो दोनों ही एक-दूसरे को जिम्मेदारी का हवाला देकर युवक को अस्पताल ले जाने का कहते रहे।

आरपीएफ-जीआरपी के एसआइ ने दिखाई मानवता :

मौके पर पहुंचे आरपीएफ और जीआरपी के दो एसआइ और जवानों ने ट्रैक किनारे पड़े घायल युवक को दर्द से कराहते देखा। उन्होंने तत्काल स्टेशन प्रबंधन को फोन कर मौके पर स्ट्रैचर बुलाया। घायल युवक को खुद स्ट्रैचर पर लिटाया और फिर उसे लेकर अस्पताल की ओर रवाना हो गए। अभी घायल युवक की हालत नाजुक है। युवक के स्‍वजनों को आरपीएफ ने खबर कर दी है।