छत्तीसगढ़ के रायगढ़ स्थित एक सरकारी स्कूल में बाल दिवस पर मुर्गा पार्टी हुई। टीचरों ने खुद भी खाया और बच्चों को भी खिलाया। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण और सरस्वती पूजन किया। इस पर भी मास्टर जी का कहना है कि, इसमें कुछ गलत नहीं है। मास्टर जी यह भी कह रहे हैं कि बच्चों के कहने पर मुर्गा पार्टी की गई। फिलहाल संकुल समन्वयक ने मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को देने की बात कही है। 

दरअसल, सारा मामला लैलूंगा ब्लाक की ग्राम पंचायत नारायणपुर के दर्रीपारा कोड़ामाई के सरकारी स्कूल का है। सोमवार को प्रदेश के हर स्कूलों की तरह यहां पर भी बाल दिवस का कार्यक्रम था। खास बात यह है कि इस कार्यक्रम में न सांस्कृतिक कार्यक्रम थे, न खेलकूद और न ही कोई प्रतियोगिताएं हुईं। पर बच्चों को मुर्गे की दावत जरूर मिली। सबसे पहले स्कूल पहुंचते ही टीचरों और स्टाफ ने मुर्गा पार्टी का जमकर मजा लिया। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। 

प्रभारी प्रधान पाठक इल्क्युरिस इक्का का कहना है कि बच्चों के कहने पर मटन मुर्गा बनाया गया था। उसके अलावा गोभी की सब्जी भी बनाई गई थी। सभी बच्चों को भी मुर्गे की सब्जी दी गई। जब उनसे पूछा गया कि पूर्व प्रधानमंत्री के चित्र पर माल्यार्पण नहीं किया, सरस्वती पूजन नहीं किया, तो बोले कि भोजन के बाद होगा। मुर्गा पार्टी करने के बाद पूजन को वे गलत नहीं मानते हैं। कहते हैं इसमें कुछ गलत नहीं है। स्कूल में मुर्गा पार्टी को लेकर भी वह दलीलें देते रहे। 

वहीं संकुल प्रभारी दिनेश कुमार गुप्ता ने कहा कि स्कूल में मुर्गा पार्टी उचित नहीं है। बाल दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होना चाहिए। बच्चों का मनोरंजन होना चाहिए। शासन के आदेश पर सप्ताह में एक दिन सिर्फ अंडा देने का प्रावधान है। स्कूल में क्या हुआ, इसकी जानकारी आपसे मिल रही है। मैं दूसरे स्कूल के कार्यक्रम में व्यस्त था। इसकी जांच के बाद मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को आगे दी जाएगी।