छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से नागपुर के बीच सबसे तेज चलने वाली वंदे भारत ट्रेन की सुरक्षा के लिए निकले बम स्क्वायड के एक जवान की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से लगे सीमावर्ती क्षेत्र के धूर नक्सल क्षेत्र सालेकसा में पुलिस अफसर और जवानों की टीम सर्चिंग कर रही थी। उसी समय ट्रैक पर धड़धड़ाते हुए ट्रेन आ गई और जवान उसकी चपेट में आ गया। इस घटना के बाद पुलिस और रेल अफसरों में हड़कंप मच गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

नागपुर में VVIP मूवमेंट और देश की चर्चित और प्रतिष्ठित ट्रेन शुरू होने के कारण रेलवे अफसरों के साथ ही रेलवे सुरक्षाबल, जीआरपी के साथ ही लोकल पुलिस भी अलर्ट मोड पर है। डोंगरगढ़ स्टेशन से आगे महाराष्ट्र के सीमावर्ती क्षेत्र सालेकसा और दारेकसा जंगली इलाका है और यह नक्सल प्रभावित क्षेत्र भी है। ऐसे में यहां सुरक्षा तेज कर दी गई है।

सर्चिंग के दौरान हुआ हादसा
शनिवार को गोंदिया लोकल पुलिस के बम निरोधक दस्ते में कार्यरत आरक्षक विजय नसीने गोंदिया पुलिस के डॉग स्क्वायड और उप निरीक्षक धनराज कुलमेठे के साथ वन्दे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने से पहले सुरक्षा के मद्देनजर डोंगरगढ़ के रेलवे सुरक्षाबल के प्रधान आरक्षक करतार सिंह सहित बोरतलाव और दरेकसा के बीच सेक्शन पर रेलवे ट्रैक पर एन्टी सबोटेज चेकिंग कर रहे थे।

घटना दोपहर करीब 12.20 बजे की है। जिस लाइनअप लाइन पर चेकिंग चल रही थी। उसी समय अप लाइन पर गाड़ी संख्या 17008 सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस धड़धड़ाते हुए आ गई और आरक्षक विजय नसीने ट्रेन की चपेट में आ गए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे में आरक्षक विजय नसीने के शरीर के कई टुकड़े हो गए और ट्रेन वहां से गुजर गई। इसके बाद वहां मौजूद जवानों को इस घटना की जानकारी हुई, तब उन्होंने आला अधिकारियों को सूचना दी। खबर मिलते ही पुलिस अफसर मौके पर पहुंच गए। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।