तेहरान । ईरान की राजधानी तेहरान रेत के तूफान से ढंक गई है। अधिकारियों ने बताया कि तेहरान में सरकारी दफ्तर, अदालतें, स्कूल और विश्वविद्यालय सोमवार को बंद रखने पड़े। वायु प्रदूषण आपात समिति ने आदेश दिया था सोमवार को सभी प्रशासनिक दफ्तरों और सार्वजनिक शैक्षणिक केंद्रों को धूल के कारण बंद कर दिया जाए।
धूल भरी हवा चलने की वजह से तेहरान में दृष्यता बेहद कम हो गई है। तेहरान में 80 लाख से अधिक लोग रहते हैं। राजधानी के पश्चिम में स्थित पास ही के प्रांत एल्ब्रोस में भी सभी दफ्तरों, शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया गया। हवा में प्रदूषण और धूल की मात्रा बहुत बढ़ गई है। इस क्षेत्र में रेतीले तूफान आते रहते हैं, हाल ही सालों में धूल के बादल पहले से अधिक खतरनाक हो गए हैं। यह ट्रेंड क्लाइमेट चेंज से जोड़कर देखा जा रहा है और जंगलों की अधिक कटाई से भी जुड़ा हुआ है।
इसके साथ ही नदी और बांधों के पानी के अधिक प्रयोग से भी इसका संबंध है। अप्रैल में तेहरान की एयर क्वालिटी कंट्रोल सोसायटी ने कहा कि धूल का बादल ईरान के पश्चिमी में स्थित देशों से उठा। ईरान के पश्चिमी पड़ोसी देश इराक में भी कई रेतीले तूफान आ चुके हैं और पिछले कुछ महीनों में वायु-प्रदूषण के कारण हजारों लोगों को सांस लेने में तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। ईरानी अधिकारियों ने तेहरान के पश्चिम में रेत की खुदाई पर भी इसका दोष मंढ़ा उन्होंने कहा कि इसके कारण हालत और बुरी हो गई है। तेहरान के मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि पूरे शहर में अगले पांच दिन तक रेत की चादर छाई रहेगी।