होली के त्यौहार को लेकर इस बार देश की विभिन्न जगहों पर ज्योतिष भिन्नताएं पाई गई है। जिसके परिणाम स्वरूप कुछ लोग 17 मार्च तो कुथछ 18 को होली का त्यौहार मनाएंगे। बता दें प्रत्येक वर्ष हिंदू वर्ष के अंतिम मास यानि फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होली का पर्व मनाया जाता है। रंगों का ये त्यौहार हर किसी के लिए खुशियां लाता है। हर व्यक्ति इस दिन अपनों से गिला शिकवा मिटाकर प्रेम से उसको रंग लगाता है। पर क्या आपको पता है इसके अलावा इस दिन कुछ खआस उपाय भी करने का विधान है। जी हां, वास्तु और ज्योतिष शास्त्र में इस दिन जुड़े खास उपाय उल्लेखित है, जिन्हें करने वाले व्यक्ति को अपने जीवन में लाभ की प्राप्ति होती है। आज इस आर्टिकल में आपको होली के दिन से जुड़े ऐसे ही कुछ उपाय बताने जा रहे हैं। ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में बताया गया है आगे बताए जाने वालों उपायों को करने से व्यक्ति की कुंडली में मौजूद ग्रह भी शांत होते हैं। तो आइए जानते हैं कौन से हैं ये खास उपाय-

वास्तु और ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है जिस व्यक्ति को व्यापार में उन्नति प्राप्त करनी हो, या किसी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति कमजोर हो तो उसे घर के मुख्य द्वार पर गुलाल डालना चाहिए और साथ ही साथ दो मुखी दीपक जलाना चाहिए।

जो व्यक्ति आर्थिक संपन्नता पाने का इच्छुक हो उसे होलिका दहन की भस्म या राख को सात चुटकी लेकर एक लाल रंग के कपड़ें में बांधकर तिजोरी में रख देना चाहिए। मान्यता है ये उपाय करने से व्यक्ति पर देवी लक्ष्मी की अपार कृपा प्राप्त होता है।
 
किसी जातक को लंबे समय से किसी रोग ने घेरा हो, उसे होलिका दहन की राख लेकर उससे अपने मस्तक तिलक लगाना चाहिए। इसके अलावा राख को अपने छाती या जीभ पर लगा सकते हैं।

अधिक परिश्रम के बाद भी बेरोजगारी पीछा न छोड़ रही हो तो व्यक्ति को होलिका दहन की अग्नि में 5 दाने उड़द की दाल के डालें तथा छाता और जूते चप्पल दान करें। मान्यता है ऐसा करने से नौकरी मिलने के आसार बनते हैं।

यदि कोई व्यक्ति डिप्रेशन में जूझ रहा हो उसे होली के दौरान एक सूखा नारियल, लौंग, काले तिल और पीली सरसों को अफने सिर पर से वार कर अग्नि में डाल देना चाहिए। ऐसा करने से मानसिक रोगों से छुटकारा मिलता है।
 
घर-परिवार में खुशहाली को बरकरार रखने के लिए होलिका दहन की रात को मस्तक पर हल्दी या चंदन का तिलक लगाना चाहिए। इसके साथ ही 7 बार अग्नि को परिक्रमा करके घर के बड़ों का आशीर्वाद प्राप्त करें।

जिस किसी जातक की कुंडली में नवग्रह से जुड़ा कोई ग्रह दोष हो उसे होलिका दहन की राख शिवलिंग पर चढ़ानी चाहिए। इसके अलावा संभव हो तो थोड़ी सी राख अपने घर लाकर स्नान के पानी में मिलांएं और उसे पानी से स्नान करें।

इन सभी के अतिरिक्त जिस किसी व्यक्ति का शीघ्र विवाह न हो रहा हो, उसे होलिका दहन में काले तिल, उड़द दाल, सूखा नारियल और सुपारी लेकर सात बार स्वयं से घुमाकर होलिका दहन में डाल दें। मान्यता है ये उपाय करने से लाभ प्राप्त होता है।