कोलंबो । श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे  भगोड़े नहीं हैं, वह जल्दी ही सिंगापुर से स्वदेश वापस लौटेंगे। सिंगापुर ने श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति को 14 जुलाई को निजी यात्रा पर देश में प्रवेश करते ही 14 दिनों का अल्पकालिक यात्रा पास प्रदान किया था। कैबिनेट प्रवक्ता बंडुला गुणवर्धने ने यह जानकारी दी है।
गोटबया राजपक्षे 9 जुलाई को हुए जनविद्रोह के बाद श्रीलंका से चले गए थे। सन 1948 के बाद से देश के सबसे खराब आर्थिक संकट से निपटने में विफल रहने के लिए राजपक्षे के खिलाफ महीनों के सार्वजनिक विरोध प्रदर्शन के बाद लोग राष्ट्रपति भवन में घुस गए थे। राजपक्षे पहले 13 जुलाई को भागकर पहले मालदीव चले गए थे और वहां से अगले दिन सिंगापुर के लिए रवाना हुए थे।
साप्ताहिक कैबिनेट मीडिया ब्रीफिंग में राजपक्षे के बारे में पूछे जाने पर, कैबिनेट प्रवक्ता गुणवर्धने ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति छिपे नहीं हैं और वह सिंगापुर से जल्द ही लौटने की संभावना है। गुणवर्धने ने कहा वह ऐसा नहीं मानते कि पूर्व राष्ट्रपति देश छोड़कर भाग गए हैं और छिपे हुए हैं। गुणवर्धने परिवहन एवं राजमार्ग और मास मीडिया मंत्री भी हैं। हालांकि, उन्होंने राजपक्षे की संभावित वापसी के बारे में कोई अन्य विवरण नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि पूर्व राष्ट्रपति सिंगापुर में छिपे हुए हैं, क्योंकि उन्होंने आधिकारिक प्रक्रिया का पालन किया था और वैध वीजा प्राप्त करने के लिए सिंगापुर गए थे। मंत्री ने आगे कहा मुझे पता था कि वह लौट आएंगे और हमारे देश के अधिकारियों ने पूर्व राष्ट्रपति को किसी भी तरह के नुकसान को रोकने के लिए आवश्यक सावधानी बरतेंगे। इस बीच, श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) के अध्यक्ष, जीएल पेइरिस ने कहा कि गोटबाया राजपक्षे देश (श्रीलंका) लौट आएंगे। वह उन सभी भत्तों और विशेषाधिकारों के हकदार होंगे, जो किसी भी पूर्व राज्य प्रमुख के लिए हैं। बता दें कि श्रीलंका में पूर्व राष्ट्रपति और उनके परिवार को कोलंबो में निवास, वाहन और सुरक्षा, जिसमें सैन्य और पुलिस शामिल हैं, के अलावा अन्य सुविधाएं और विशेषाधिकार प्राप्त हैं।