भोपाल । प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ और राजस्थान के ऊपर प्रेरित चक्रवात के कारण कुछ जगहों पर बारिश भी हुई। सोमवार को ग्वालियर में 1.9 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसी प्रकार नीमच मंदसौर श्योपुरकला सहित कई स्थानों पर भी हल्की बारिश हुई है। ग्वालियर गुना मंदसौर नीमच में कुछ स्थानों पर ओले भी गिरे। भोपाल में दोपहर बाद बादलों की आवाजाही रही। हवा की गति भी 18 किमी प्रतिघंटे के आसपास रही। इस कारण कई स्थानों पर अधिकतम तापमान में 5-7 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। 1 फरवरी से मौसम साफ होगा और न्यूनतम तापमान में गिरावट आ सकती है। हवा के झोके के साथ दिन में बढ़ी सिहरन ने कंपकंपाया तो शाम होते ही लोग घरों में दुबक गए। रात में एकबार फिर मौसम का मिजाज बदला और गरज चमक के साथ प्रदेश के कई जिलों में रिमझिम बारिश दर्ज की गई। रात में हुई मावठ की हल्की बारिश से गलन बढ़ गई।मौसम विभाग का कहना है की 10 दिन के ब्रेक के बाद विंध्य में फिर उत्तर से बर्फीली हवाएं प्रवेश कर गई हैं। इससे अगले एक सप्ताह तक रात में कड़ाके की ठंड पड़ेगी। वहीं हल्की बारिश के बाद मौसम में नमी बढऩे से मंगलवार को कोहरा छाने व कड़ाके की ठंड के आसार हैं। सुबह के मुकाबले शाम को नमी की मात्रा एक प्रतिशत बढ़ कर 73 फीसदी दर्ज की गई।


इन जिलों में है बारिश की चेतावनी
ग्वालियर-चंबल संभागों के जिलों के साथ विदिशा रायसेन राजगढ़ बैतूल धार इंदौर रतलाम उज्जैन देवास शाजापुर नीमच मंदसौर उमरिया डिंडोरी कटनी दमोह सागर निवाड़ी जिलों में बारिश हो सकती है।


बादल छटेंगे न्यूनतम तापमान गिरेगा
मौसम विज्ञानी अशफाक हुसैन ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ और प्रेरित चक्रवात के असर से बादलों की स्थिति बनी है। अगले 24 घंटे मौसम का मिजाज इसी तरह बने रहने की संभावना है। 1 फरवरी से बादल साफ होंगे। इसके बाद न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री की गिरावट हो सकती है।