जबलपुर।    हिंदू नववर्ष और चैत्र प्रतिपदा पर सड़कों पर लगे भगवा झंडे हटाने के विरोध में हिंदू संगठनों ने विरोध किया। फुहारे पर नगर निगम के विरोध में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, भाजपा और अन्य हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता विरोध करते हुए सड़क पर बैठ गए। वे सभी नगर निगम के जिम्मेदार अफसरों को निलंबित करने की मांग पर अड़े रहे। अपनी मांग पूरी होने तक हिंदू संगठनों ने सड़क पर बैठकर भजन किया। इस दौरान नगर निगम और प्रशासन के अफसर भी समझाने पहुंचे लेकिन मौके पर कलेक्टर को आकर बात करने की जिद प्रदर्शनकारियों ने की।

ज्ञात हो कि पिछले कुछ दिनों से लगातार हिंदूवादी संगठन नगर निगम के अतिक्रमण दल का विरोध कर रहा है। हिंदू संगठनों का आरोप है कि हिंदू त्योहार पर लगे बधाई होर्डिंग और पोस्टर को नगर निगम का अमला निकालकर उसे कूड़ेदान में फेंक रहा है इससे हिंदुओं की भावना आहत हो रही है। पूर्व में भी भगवा ध्वज को नहीं हटाने की चेतावनी निगम प्रशासन को दी गई थी लेकिन शनिवार को फिर नगर निगम के अमले ने बड़े फुहारा पर लगे पोस्टर, होर्डिंग को हटा दिया। यह जानकारी जैसे ही हिंदूवादी संगठनों को लगी सारे मौके पर जमा हो गए। इसमें भाजपा, बजरंग दल, राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के पदाधिकारी शामिल थे। सभी ने नगर निगम की कार्रवाई का विरोध किया। इस दौरान सड़क पर जाम लग गया।

बाजार में थे लोग : 

नवरात्र होने के कारण बाजार में भीड़ थी। कुछ देर में पुलिस भी पहुंच गई। कार्यकर्ताओं को समझाने के लिए नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी भूपेंद्र सिंह भी पहुंचे लेकिन उनके साथ किसी तरह की वार्ता किए बगैर प्रदर्शनकारियों ने उन्हें वापस लौटा दिया। इसके पश्चात एडीएम राजेश बाथम और एसडीएम नम:शिवाये अरजरिया भी गए लेकिन प्रदर्शनकारी बगैर कलेक्टर के आए धरना स्थल से हटने तैयार ही नहीं थे। प्रदर्शनकारियों ने अस्थायी तिरपाल लगाकर सड़क के बीच ही भजन करना शुरू कर दिया। उन्होंने नगर निगम के जिम्मेदारों को हटाने की मांग की। प्रदर्शन करने वालों में पूर्व महापौर सदानंद गोडबोले, अखिलेश जैन सीए, पंकज दुबे, कमलेश अग्रवाल, कैलाश साहू आदि मौजूद रहे।