सिवनी ।   जिले के कुरई थाना अंतर्गत सिमरिया गांव में सोमवार देर रात करीब तीन बजे कुछ लोगों ने गोकशी के आरोप में तीन आदिवासी व्यक्तियों के साथ मारपीट कर दी। इनमें से दो व्यक्तियों की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल है। मंगलवार की दोपहर करीब 12 बजे घटना से आक्रोशित ग्रामीणों और कांग्रेसी विधायक ने नागपुर-जबलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग में जाम लगा दिया। मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे एसपी, कलेक्टर ने आंदोलनकारियों को समझाइश दी। 8 से 9 किमी तक जाम लग गया। आरोपितों के मकानों में बुलडोजर चलाने की मांग पर आंदोलनकारी अड़े हुए हैं।

यह है घटना

गांव के लोगों ने बताया कि सोमवार देर रात करीब 3 बजे कुछ लोगों को पता चला था कि तीन व्यक्ति गोमांस लेकर जा रहे हैं। इस सूचना के बाद लोगों ने सिमरिया गांव निवासी 52 वर्षीय धानशाह इनवाती व सागर गांव निवासी 35 वर्षीय संपत बट्टी समेत ब्रजेश नामक व्यक्ति को घेरकर मारपीट शुरू कर दी। मारपीट से तीनों व्यक्तियों को गंभीर चोटें आईं, जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। यहां धानशाह व संपत ने दम तोड़ दिया।

दोनों ओर लगा जाम

आदिवासी व्यक्तियों की पीट-पीटकर हत्या करने की सूचना मिलने के बाद बरघाट विधानसभा के कांग्रेस विधायक अर्जुनसिंह काकोडि़या मौके पर पहुंचे और मृतकों के स्वजनों, ग्रामीणों के साथ कुरई थाना के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। करीब 2 घंटे चले चक्का जाम आंदोलन के कारण नागपुर जबलपुर हाईवे में दोनों ओर 4-4 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। जाम में फसने के कारण यात्रियों व मालवाहक वाहनों के चालकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

विधायक ने लगाए गंभीर आरोप

राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरने में बैठे कांग्रेसी विधायक अर्जुन सिंह काकोडि़या ने इस घटना के बाद गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि बजरंग दल के लोगों ने आदिवासियों को मारा है।एसपी कलेक्टर के समक्ष उन्होंने इस संगठन को प्रतिबंधित करने की मांग उठाई है।साथ ही मृतकों के स्वजनों को 1-1 करोड़ रुपये देने व मृतक के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग प्रशासन के समक्ष रखी है।

गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़े रहे आंदोलनकारी

मौके पर पहुंचे एसपी, एसपी ने विधायक समेत आंदोलनकारियों को समझाइश दी।एसपी कुमार प्रतीक ने समझाइश देते हुए कहा कि आरोपितों को पकड़ने पुलिस टीम गई हुई है। जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा। इसके बाद भी विधायक व आंदोलनकारी हाइवे से उठने तैयार नहीं हुए। आंदोलनकारियों का कहना था कि जब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक वह चक्का जाम समाप्त नहीं करेंगे।पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक आरोपित को हिरासत में लिया गया है।