कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान-दान का खास महत्व बताया गया है. इस साल कार्तिक पूर्णिमा 8 नवंबर 2022 मंगलवार को है. मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिलती है.

इस दिन पवित्र नदियों, कुंडों में स्नान करके भगवान श्री हरि का जप, तप, ध्यान, दान पूजन आदि किया जाता है.

वस्त्र का दान

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी खास दिन दान करने से उसका महत्व कई गुना अधिक हो जाता है. इस दिन वस्त्रों के दान को भी शुभ माना गया है. इस दिन वस्त्र दान करने से दो गुना ज्यादा फल की प्राप्ति होती है. साथ ही, आर्थिक स्थिति उत्तम रहती है. जितना संभव हो सके आज के दिन वस्त्रों का दान करना चाहिए.

गुड़ का दान

कार्तिक पूर्णिमा साल भर आने वाली पूर्णिमाओं में से सबसे खास है. इस बार पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण होने के कारण इस दिन दान का महत्व और अधिक बढ़ जाता है. पूर्णिमा के दिन गुड़ का दान करना शुभ माना गया है. कहते हैं कि इस दिन गुड़ के दान से भगवान विष्णु बहुत खुश होते हैं, और प्रसन्न होकर भक्तों पर कृपा बरसाते हैं. गुड़ के दान से दरिद्रता दूर होती है और धन की कभी भी कमी महसूस नहीं होती. साथ ही, मां लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है.

दूध का दान

ज्योतिष शास्त्र में कार्तिक पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा का विधान है. इस दिन अगर मां लक्ष्मी की प्रिय चीजों का दान किया जाए, तो व्यक्ति को विशेष शुभ फलों की प्राप्ति होती है. मां लक्ष्मी को सफेद रंग की चीजें बेहद प्रिय हैं. दूध का दान करने से व्यक्ति के घर में बरकत बनी रहती है. इससे व्यक्ति के घर में कभी धन का अभाव नहीं रहता. कार्तिक पूर्णिमा के दिन दान करते समय इस बात का ध्यान रखें कि शाम के समय दूध का दान न करें. दूध का संबंध चंद्रमा से होता है.

अन्न दान

कार्तिक पूर्णिमा के दिन अन्न दान का भी विशेष महत्व है. अन्नदान महादान के बराबर,होता है. जितना संभव हो व्यक्ति को अन्न का दान करते रहना चाहिए, ऐसा करने से परम कल्याण की प्राप्ति होती है. बता दें अन्न का दान जीवन में सम्मान का कारक होता है. अन्न का दान करने से जीवन में सम्मान मिलेगा और घर में कभी भी अन्न का भंडार खाली नहीं होगा.