ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 के मुकाबले शुरू हो चुके हैं। फिलहाल पहले राउंड के मुकाबले जारी हैं। हालांकि, यह ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट शुरू होते ही विवादों का दौर भी शुरू हो चुका है। ऑस्ट्रेलियन ओपन में भी रूस और यूक्रेन आमने-सामने आ गए हैं। दरअसल, दोनों देशों के फैंस के बीच टकराव देखने को मिला है। इस मामले में टेनिस ऑस्ट्रेलिया को भी कूदना पड़ा। साथ ही आयोजकों ने एक बड़ा फैसला भी लिया है।

दरअसल, टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों से कहा गया था कि वह किसी तटस्थ ध्वज के तहत हिस्सा ले सकते हैं। हालांकि, झंडे के साथ कोर्ट में एंट्री पर कोई पाबंदी नहीं थी। फैन्स की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए झंडे स्टेडियम में ले जाने की अनुमति दी गई। सोमवार को कम से कम दो मैचों के दौरान रूस के झंडे देखे गए थे। वहीं, मंगलवार को महिला सिंगल्स के एक मैच में भी रूसी झंडा देखा गया। ऐसे में यूक्रेन के फैन्स बौखला गए। 

यूक्रेनी प्रशंसकों ने कथित तौर पर सुरक्षा और पुलिस को स्टैंड में बुलाया। इसके बाद यूक्रेनी राजदूत की शिकायत के बाद टेनिस ऑस्ट्रेलिया ने रूसी और बेलारूसी झंडे पर प्रतिबंध लगा दिया। उन्होंने यह फैसला खिलाड़ियों और फैन्स की सुरक्षा और उन्हें किसी भी प्रकार के मानसिक तनाव से बचाने के लिए लिया है। मंगलवार को यूक्रेन की केटेरिना बैंडल और रूस की कमिला रखिमोवा के बीच मैच खेला गया। इस मैच में कुछ फैन्स रूसी झंडे के साथ कोर्ट में पहुंचे।

इस घटना के बारे में बात करते हुए एक फैन ने एक मीडिया हाउस को बताया कि यह बिल्कुल सुरक्षित नहीं था। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध अभी भी जारी है। टेनिस कोर्ट काफी छोटा होता है। रूसी झंडे के साथ वाला शख्स केटेरिना के बेहद करीब था। मुझे तब काफी डर लग रहा था। केटेरिना और कमिला के बीच मैच की बात करें तो यूक्रेन की खिलाड़ी ने रूसी खिलाड़ी को 7-5, 6-7, 6-1 से हरा दिया। यह मुकाबला दो घंटे 52 मिनट तक चला। दरअसल, रूस और यूक्रेन के बीच पिछले लगभग 11 महीने से युद्ध चल रहा है। खेलों पर भी इसका काफी असर पड़ रहा है। रूस की टीम को फीफा ने बैन कर दिया था।