मुंबई । शिवसेना के एक गुट के प्रमुख और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने पार्टी के प्रतिद्वंद्वी गुट का नेतृत्व कर रहे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधकर कहा कि जिनमें कुछ भी बनाने का साहस नहीं होता है वह ‘‘चुराने और हथियाने का सहारा लेते हैं। ठाकरे और शिंदे गुटों के बीच दक्षिण मुंबई स्थित बृहन्मुंबई महानगरपालिक (बीएमसी) मुख्यालय स्थित पार्टी कार्यालय में तीखी नोकझोंक हुई।
पुलिस के हस्तक्षेप करने तक परिसर में एक घंटे तक तनाव की स्थिति बनी रही। इस घटनाक्रम के एक दिन बाद ठाकरे का यह बयान आया है। यहां महाराष्ट्र विधानमंडल परिसर में ठाकरे ने कहा कि सरकार ने 52000 करोड़ रुपये की उन पूरक मांगों पर अब तक कोई उचित प्रतिक्रिया नहीं है जो विदर्भ के लिए प्रोत्साहन और बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों के लिए है। ठाकरे ने आरोप लगाया ‘‘जिनमें कुछ भी बनाने का साहस नहीं होता है वह चुराने और हथियाने का सहारा लेते हैं। उन लोगों में हीन भावना होती है और फिर वे दूसरों की पार्टी और कार्यालयों को कब्जा लेते हैं।
गौरतलब है कि शिंदे के नेतृत्व वाली बालासाहेबंची शिवसेना से जुड़े सांसद राहुल शेवाले स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष यशवंत जाधव और पूर्व पार्षद शीतल म्हात्रे पार्टी कार्यालय में दाखिल हुईं। सूत्रों ने बताया कि आशीष चेंबूरकर और सचिन पडवाल सहित शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट के पूर्व पार्षदों ने उनकी मौजूदगी पर आपत्ति जाहिर की जिसके कारण उनमें तीखी नोकझोंक हुई थी।