सिवनी ।    पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमल नाथ ने सोमवार को सिमरिया व सागर गांव पहुंचकर माब लिचिंग के शिकार हुए आदिवासियों के स्वजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मामले की सीबीआई और न्यायिक जांच की मांग की। कमल नाथ ने यहां कहा, आदिवासियों पर अत्याचार हो रहा है। घटना के बारे में वीडियो है, गवाह हैं फिर भी सीबीआई जांच क्यों नहीं कराई जा रही है। आदिवासियों के स्कूलों, हास्टल और अस्पतालों की हालत खराब है। मुख्यमंत्री रोज सुबह उठ जाते हैं और सबसे पहले यह चैक करते हैं कि आज मैं क्या घोषणा करूंगा। आज मैं कौन सी कलाकारी करूंगा। कभी कहते हैं ठेला चलाऊंगा और कभी कुछ कहते हैं। यह बातें मध्य प्रदेश के लिए चिंता की बात है। आने वाली पीढ़ी के लिए चिंता की बात है।

आदिवासी बचाओ, बीजेपी भगाओ अभियान चलाएगी कांग्रेस

पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद पूर्व सीएम कमल नाथ ने सिमरिया गांव में प्रेस वार्ता करते हुए बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा और बीजेपी सरकार को आदिवासियों का विरोधी बताया। कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस मध्यप्रदेश में आदिवासी बचाओ, भाजपा भगाओ अभियान चलाएगी। सिवनी जो में घटना हुई वह निंदनीय है। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। कमलनाथ के साथ मध्यप्रदेश यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया, पूर्व मंत्री तरुण भानोट, विधायक ओमकार मरकाम समेत सिवनी जिले के तमाम कांग्रेस के पदाधिकारी मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि सिवनी के सिमरिया गांव में कुछ दिनों पहले दो आदिवासियों की गोकशी के संदेह में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इसको लेकर मध्य प्रदेश के साथ पूरे देश में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया था। वहीं सिवनी में इसको लेकर आदिवासियों ने अपना आक्रोश जाहिर किया था। राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम लगा दिया और बंद का आह्वान कर आरोपियों को फांसी दिए जाने के साथ उनके घरों को तुरंत ध्वस्त किए जाने की मांग करते रहे। इस घटना को लेकर आदिवासियों में आक्रोश अब तक बना हुआ है। वहीं इस घटना को लेकर सिमरिया गांव में नेताओं की आवाजाही भी बढ़ गई है और राजनीतिक बयानबाजी का दौर अब तक थमा नहीं है। कांग्रेस इस घटना को लेकर सत्तापक्ष पर आरोप लगाती रही है कि वह अपराधियों को बचा रही है।