इंदाैर ।   कांग्रेस द्वारा जलते गणवेश (राष्ट्रीय स्वयं सेवकाें की औपचारिक हाफपैंट) का फाेटाे ट्वीट किए जाने के बाद सियासी रार बढ़ गई है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तंज कसते हुए कहा है कि वे स्वयं काे नेकर से क्याें जाेड़ लेते हैं। राहुल गांधी की भारत जाेड़ाे यात्रा से परेशान हाेकर यह ध्यान भटकाने की काेशिश है। कमल नाथ मंगलवार सुबह विमानतल पर पत्रकाराें से चर्चा कर रहे थे। जलते गणवेश से जुड़े सवाल पर उन्हाेंने कहा- भारतीय जनता पार्टी खुद काे नेकर से क्याें जाेड़ रही है। क्या आप नेकर पहन लेंगे ताे भाजपा के कार्यकर्ता हाे जाएंगे। क्या भाजपा के सभी कार्यकर्ता नेकर पहनते हैं। राहुल गांधी की भारत जाेड़ाे यात्रा काे मिल रही सफलता से भाजपा परेशान है और जनता का ध्यान माेड़ना चाहती है। राहुल गांधी के जूते और कपड़ाें की बातें करते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी के महंगे सूट की चर्चा नहीं करते। विश्व ने देखा है कि वे ऐसे नेता हैं जाे दिन में तीन बार कपड़े बदलते हैं। कमल नाथ ने भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा के निधन पर शाेक व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर निशाना साधा। उन्हाेंने कहा- उमेश शर्मा पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता थे। जब उनके निधन की सूचना आई ताे मुख्यमंत्री का कार्यक्रम चल रहा था। उन्हें अपना कार्यक्रम स्थगित कर देना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं हुआ। यह दुख की बात है। इससे साबित हाेता है कि भाजपा की अंत में साेच क्या है। हम सभी अलग-अलग विचारधारा के हाे सकते हैं, लेकिन आखिर में हम समाज का हिस्सा हैं। उन्हाेंने कहा- आज पूरा प्रदेश घाेटालाें में डूबा है। आज प्रदेश में जाे कर्जा लिया जा रहा है वह किसानाें और बेराेजगाराें के लिए नहीं है। यह इसलिए लिया जा रहा है ताकि ठेके दिए जा सकें और उससे कमीशन मिल सके। याेजनाओं की चिंता नहीं है कि वह कितने सालाें में पूरी हाेंगी। मप्र अब भ्रष्टाचार की राजधानी बन गया है। इस दाैरान शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, विधायक विशाल पटेल, प्रदेश सचिव राजेश चाैकसे, गाेलू अग्निहाेत्री, गिरधर नागर आदि माैजूद थे।

विधायक शुक्ला के घर पहुंचे

कमल नाथ क्षेत्र क्रमांक एक से विधायक संजय शुक्ला के घर उनके पिता स्व. विष्णुप्रसाद शुक्ला (बड़े भैया) के निधन पर शाेक व्यक्त करने पहुंचे। इस दाैरान राघाैगढ़ से विधायक जयवर्धन सिंह भी साथ थे। बाद में वे नलखेड़ा के लिए रवाना हुए।