भोपाल: मध्यप्रदेश में वर्ष 2003 से अब तक भाजपा की सरकार रही है, 2018-19 को छोड़कर। इस दौरान उमा भारती, बाबू लाल गौर, शिवराज सिंह चौहान के अलावा कमलनाथ भी मुख्यमंत्री रहे। इस बीच एक 'मछली' ने कैसे अपने रुतबे का इस्तेमाल करके सरकारी भूमि पर मनमाने तरीके से कब्जा कर लिया। लोगों के मन में यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर 'मछली' पर किस 'मगरमच्छ' का हाथ था कि वह 100 करोड़ रुपये की सरकारी भूमि पर कब्जा कर बैठा।

कई रसूखदार लोगों के साथ वायरल हुईं फोटो

अब जबकि 'मछली' के बेटे आपराधिक केस में फंसे और उनकी एक मंत्री और कई रसूखदार अफसरों के साथ फोटो वायरल हुईं तो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की भृकुटी तन गईं। इसी के साथ तत्काल एक्शन शुरु हो गया।
 
100 करोड़ की संपत्ति पर चला बुलडोजर

बुधवार रात तक शारिक मछली के कुनबे की लगभग 100 करोड़ रुपये की संपत्ति पर बुलडोजर चला दिया। राजस्व विभाग के अफसरों ने बताया कि अतिक्रमणकर्ता ने सरकारी भूमि में फार्महाउस, मकान बना लिया था। इसके अलावा कहीं शादी हॉल बनाया तो कहीं बाउंड्रीवॉल बना ली थी। इसके अलावा होटल बनाकर धंधा भी संचालित किया जा रहा था।

कहां किसकी संपत्ति पर चला बुलडोजर

1. शकील अहमद पिता शरीफ अहमद का फार्म हाउस, कीमत 55 करोड़।
2. शारिक पिता शरीफ अहमद का वेयर हाउस, कीमत 10 करोड़।
3. शकील अहमद पिता शरीफ अहमद का सुमन फार्म, कीमत 5 करोड़।
4. इरशाद अहमद पिता सरफराज मोहम्मद खान का कारखाना, कीमत 10 करोड़।
5. अता उल रहमान पिता मुफ्ती रईस अहमद खान अवैध मदरसा एवं अवैध दुकान, कीमत 5 करोड़।
6. शरीक पिता शरीफ अहमद द्वारा अवैध बकरा और मुर्गी फार्म, कीमत 8 करोड़।
7. शारिक अहमद उर्फ मछली, सोहेल अहमद, शफीक अहमद तीनों के पिता शरीफ अहमद तीन मंजिल कोठी को अधिपत्य में लिया, कीमत 10 करोड़।

अधिकारियों के अनुसार उक्त सभी अतिक्रमण शासकीय भूमि पर बिना अनुमति बनाए गए थे, जिन्हें नगर निगम द्वारा हटाने का नोटिस दिया गया। अतिक्रमण ना हटाने पर कार्रवाई की गई, जिसकी कुल कीमत लगभग 100 करोड़ आंकी गई।

क्यों शुरू हुई कार्रवाई

आपको बता दें कि पिछले दिनों ड्रग्स जिहाद और लव जिहाद के आरोप शारिक मछली पर लगे थे। शारिक और उसके चाचा पर दुष्कर्म और धमकाने के आरोप में FIR दर्ज हुई है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है।