मुंबई । बुधवार रात साढ़े नौ बजे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फेसबुक के माध्यम से `जनता के साथ संवाद' कर अपना इस्तीफा देने की घोषणा कर दी और उसके बाद राज्यपाल को अपना इस्तीफा देने के लिए वे राजभवन की ओर रवाना हो गए जहां उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इससे पहले रात साढ़े नौ बजे फेसबुक लाइव पर लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री का पद त्याग कर रहा हूं, मुझे इसका कोई दुख नहीं.उद्धव ठाकरे ने ये भी कहा, मुंबई में सीआरपीएफ की टीम और अन्य फोर्स आ रही है. क्या आप शिवसैनिकों के खून से मुंबई का रास्ता लाल करने वाले हैं क्या.उद्धव ठाकरे ने कहा, हमें सहयोग देने के लिए शरद पवार जी और सोनिया गांधी जी को धन्यवाद. मैं राज्यपाल को भी धन्यवाद करता हूं. उन्होंने आगे कहा कि, हमने औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर किया.हमने कई अच्छे काम काम किए हैं. लेकिन हमारे अच्छे काम को नजर लग गई. उन्होंने कहा कि हमने किसानों को कर्ज मुक्त करने का वायदा किया था उन्हें कर्ज मुक्त किया. सीएम ठाकरे ने ये भी कहा जिनको जो देना संभव था, हमने सबको वो दिया. मुझे इस बात का दुख है कि जिन्हें हमने दिया, वे मुझसे नाराज हैं औऱ जिन्हें कुछ नहीं दिया, वे हमारे साथ हैं. साथ ही ठाकरे ने साफ किया कि मेरे पास जो शिवसेना है, वो कोई छिन नहीं सकता है. मैं विधानपरिषद सदस्य पद से भी इस्तीफा दे रहा हूं. उद्धव ठाकरे ने कहा कि न्याय देवता ने फैसला दिया है, फ्लोर टेस्ट के लिए कहा है. राज्यपाल का भी धन्यवाद. लोकतंत्र का पालन होना चाहिए. हम उसका पालन करेंगे.दरअसल इससे पहले महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बुधवार सुबह एक लिखित आदेश में कहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ विश्वास मत के एकमात्र एजेंडे के साथ 30 जून को एक विशेष सत्र बुलाया जाएगा और फ्लोर टेस्ट की कार्यवाही किसी भी स्थिति में शाम 5 बजे समाप्त की जाएगी. इस मामले में शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की. मगर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार रात 9 बजे महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट को लेकर अपना फैसला सुना दिया. फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हम राज्यपाल के आदेश पर रोक नहीं लगा सकते.