गांधीनगर । विधानसभा चुनाव 2022 में जोर शोर से उतरी आम आदमी पार्टी (आप) ने अपने उम्मीदवारों को खरीद-फरोख्त के डर से सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट कर दिया है। आप ने अपने प्रत्याशियों को गुजरात में हॉर्स ट्रेडिंग के डर से 5 दिसंबर को होने वाले दूसरे चरण के चुनाव को लेकर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है। आम आदमी पार्टी का ये कदम सूरत पूर्व विधानसभा के उम्मीदवार कंचन जरीवाला का मामला सामने आने के बाद उठाया है।
आम आदमी पार्टी ने गुजरात की सूरत पूर्व विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार के जाने के बाद यह निर्णय लिया है। ज्ञात हो कि 17 नवंबर को आम आदमी पार्टी के सूरत पूर्व विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार कंचन जरीवाला ने अपना नामांकन वापस ले लिया था। इस मामले में आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि राज्य की सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने आप के उम्मीदवार को अपना नामांकन वापस लेने पर मजबूर कर दिया है। हालांकि भाजपा ने इसे पूरी तरह से गलत और निराधार बताया है।
वहीं इस मामले पर आम आदमी पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा हमने दूसरे चरण में दाखिल किए गए उम्मीदवारों को स्थानांतरित कर दिया है, ऐसा न हो कि सूरत पूर्व में जो कुछ हुआ था, वैसा ही कुछ हो। इन उम्मीदवारों के बारे में चर्चा है कि भाजपा इन पर नामांकन वापस लेने का दबाव बना रही थी। आम आदमी पार्टी ने 16 नवंबर को दावा क‍िया था कि सूरत पूर्व विधानसभा से आप उम्मीदवार कंचन जरीवाला को गन प्वाइंट पर लेकर नामांकन वापस लिए जाने की बात कही गई थी। इसके पहले आप ने भाजपा पर जरीवाला के अपहरण करने की बात भी कही थी। भाजपा ने कहा था कि भाजपा जबरन जरीवाला का नामांकन वापस करवाना चाहती है। इस मामले को लेकर आप नेता मनीष सिसोदिया ने धरना भी दिया था।
सूरत पूर्व विधानसभा सीट पर कंचन जरीवाला के नामांकन वापस लेने के विवाद पर भाजपा नेता शाजिया इल्मी ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया था कि वह टिकट बेच रही है। अगर उन्हें जरीवाला से पूरे पैसे नहीं मिले होंगे तो उन्होंने ही जरीवाला को किडनैप कर लिया होगा। भाजपा प्रवक्ता ने गुजरात विधानसभा चुनाव में इस प्रकरण को ध्यान बंटाने की कोशिश करार दिया था।