FIFA World Cup: कतर में जारी फुटबॉल विश्व कप में शनिवार (10 दिसंबर) को पुर्तगाल की टीम क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गई। अल थुमामा स्टेडियम में उसे मोरक्को ने 1-0 से हरा दिया। इस जीत के साथ ही मोरक्को की टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई। वह अंतिम-4 में पहुंचने वाली पहली टीम भी बन गई। पुर्तगाल के खिलाड़ी इस हार से निराश हैं। उन्होंने रेफरी को लेकर फीफा की आलोचना भी की है।

अनुभवी डिफेंडर पेपे और मिडफील्डर ब्रूनो फर्नांडीस ने मैच में अर्जेंटीना के रेफरी को बहाल करने पर सवाल उठाया। दोनों ने कहा कि विश्व कप में अर्जेंटीना को चैंपियन बनाने की साजिश हो रही है। पेपे ने पुर्तगाली टेलीविजन पर कहा, "अर्जेंटीना के रेफरी का हमारे मैच में होना अस्वीकार्य है।'' पेपे ने अर्जेंटीना और नीदरलैंड के बीच हुए मैच का हवाला दिया। लियोनल मेसी ने मैच के बाद रेफरी की आलोचना की थी।

पेपे ने कहा, "हमने दूसरे हाफ में क्या खेला? उनका गोलकीपर जमीन पर गिर गया। सिर्फ आठ मिनट का इंजरी टाइम दिया गया। हमने कड़ी मेहनत की और रेफरी ने केवल आठ मिनट जोड़ा।'' इस मैच में रेफरी की भूमिका निभाने वाले फेसुंडो टेल्लो अर्जेंटीना के रहने वाले हैं। उनके पास कोपा लिबर्टाडोरेस, अर्जेंटीना प्रीमियर डिवीजन, कॉनमेबोल प्री-ओलंपिक क्वालीफायर और फीफा विश्व कप दक्षिण अमेरिकी क्वालीफायर के मैचों में रेफरी की भूमिका निभाने का अनुभव है।
पुर्तगाल का कोई रेफरी नहीं 

 ब्रूनो फर्नांडीस ने फीफा की आलोचना करते हुए कहा, ''हमें पहले से ही पता है कि यहां किस तरह काम हो रहा है। मैच से पहले ही हमें इस बात का अंदाजा था कि किस तरह के रेफरी का सामना करना पड़ेगा। दुर्भाग्य से इस प्रतियोगिता में पुर्तगाल का कोई रेफरी नहीं है। यहां उन देशों के रेफरी हैं जो अभी भी टूर्नामेंट में बनी हुई हैं। सभी अर्जेंटीना को ही ट्रॉफी देना चाहते हैं। अगर ऐसा है तो उन्हें पहले ही ट्रॉफी दे देनी चाहिए।''