नागपुर । अपने महाराष्ट्र प्रवास के दौरान नागपुर में देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉक्टर चिन्मय पण्ड्या ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत से भेंट की। आरएसएस प्रमुख भागवत ने बड़े ही आत्मीय भाव के साथ आदरणीय डॉक्टर चिन्मय पण्ड्या से मिले। अपने अपने क्षेत्र के दोनों अग्रणी महानुभावों ने भारतीय संस्कृति में युवाओं की नैतिक जिम्मेदारी पर चर्चा की। इस अवसर पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भारतीय संस्कृति पुनरुत्थान में जुटे गायत्री परिवार की लगन और मेहनत की प्रशंसा की और कहा कि युवा को जगाना है तो एक-एक युवा के पास जाना होगा जो आरएसएस के स्वयंसेवक एवं गायत्री परिवार के कार्यकर्ता बखूबी कर रहे हैं। मोहन भागवत ने अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय डॉक्टर प्रणव पण्ड्या एवं शैल दीदी के मार्गदर्शन में चल रहे अभियानों की सफलता के लिए अपनी शुभकामना दीं। इस अवसर पर आदरणीय डॉक्टर चिन्मय पण्ड्या ने सरसंघचालक को युगऋषि श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित युगसाहित्य गायत्री मंत्र लिखित चादर आदि भेंटकर सम्मानित किया। उन्होंने सरसंघचालक को जनवरी 2024 में मुंबई में होने जा रहे अश्वमेध महायज्ञ में आने का निमंत्रण दिया जिसे सरसंघचालक ने सहर्ष स्वीकार किया।