आज के समय में हम घर बनाने के लिए या फिर पढ़ाई पूरी करने के लिए लोन लेते हैं। बैंकों ने भी लोन लेने की प्रक्रिया को आसान बना दिया है। बैंक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कई तरह के विज्ञापन भी चलाता है। इन वित्रापन में कई तरह के फर्जी विज्ञापन होते हैं, जिसके बारे में आम लोग अनजान होते हैं। ऐसे में उनके साथ फ्रॉड हो जाता है। फर्जी विज्ञापन का उद्देश्य लोगों को सस्ते लोन के जाल में फंसा कर उनको ठगना होता है। आइए, जानते हैं कि आप भी इस तरह के जालसाजी से कैसे बच सकते हैं?  

इन लोगों के साथ हो जाता है फ्रॉड

फर्जी विज्ञापन के जाल में कोई भी फंस सकता है। अक्सर फर्जी विज्ञापन के शिकार वो होते हैं जो लोग वित्तीय परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अब जब उन्हें लोन की जरूरत होती है तो और उनका क्रेडिट स्कोर भी सही नहीं होता है तो वो जल्दबाजी में वह इन फर्जी विज्ञापन के शिकार हो जाते हैं। बैंक आपसे कई तरह के दस्तावेज की मांग करते हैं पर ये फर्जी विज्ञापन वाले कोई भी दस्तावेज की मांग नहीं करते हैं तो लोग इसकी तरफ ज्यादा आकर्षित होत जाते हैं। ये लोग इस तरह के लोन में हिडन चार्ज और हिडन कंडीशन भी रखते हैं जिसकी जानकारी ये लोग लोन लेने के बाद देते हैं।

कैसे बचें  

आपको कभी कभी सोशल मीडिया पर आने वाले मैसेज या मेल को डायरेक्ट ओपन नहीं करना चाहिए।
जब भी आप कोई लोन के लिए आवेदन दें तो पहले उसकी जांच करें। उसके बाद ही लोन के लिए अप्लाई करें।
लोन के आवेदन देने से पहले कोई भी वित्त संस्था या बैंक आपसे व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगता है तो आपको पैन कार्ड, आधार कार्ड की जानकारी पहले नहीं देना चाहिए।अगर आपके साथ कभी भी कोई जालसाजी हो जाती है तो आपको तुरंत उसकी शिकायत नजदीक के पुलिस स्टेशन में देना चाहिए।