कहते हैं इश्क पर किसी का जोर नहीं चलता। कोई कितना भी कोशिश करे प्यार की इन गलियों से बचकर गुजरने की मगर वो इश्क की गिरफ्त में आ ही जाता है। जाने-अंजाने हम किसी ऐसे शख्स से मोहब्बत कर बैठते हैं, जिसके बारे में हमने कभी कल्पना भी नहीं की होती है। इसलिए तो कहते हैं कि प्यार अंधा होता है। फिल्मों में दिखाई गई वो रोमांटिक कहानियां हमने सच लगने लगती हैं। हम अपने साथी के साथ बिताए हर एक पल को याद करके अकेले में भी मुस्कुराते रहते हैं। यह वो लम्हा होता है, जब हमें पूरी दुनिया हसीन लगने लगती है। 

आज हम आपको सिनेमा जगत के एक ऐसे दिग्गज अभिनेता की प्रेम कहानी के बारे में बताएंगे, जिनकी लव स्टोरी किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है। जी हां, हम बात कर रहे हैं, हम सबके चहेते 'कालीन भैया' यानी पंकज त्रिपाठी के बारे में। अपनी शानदार एक्टिंग से लोगों का दिल जीतने वाले पंकज ने मृदुला को पहली बार तब देखा था, जब वह 10वीं कक्षा में थे। अपनी इस रोमांटिक लव स्टोरी का खुलासा एक्टर ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था। उन्होंने बताया था कि मृदुला छज्जे पर खड़ी थीं और पंकज उन्हें नीचे से देख रहे थे, इस बीच अचानक दोनों की नजरें टकरा गईं। इसके बाद दोनों की मुलाकात हुई और पंकज ने ठान लिया कि वो मृदुला से शादी करेंगे।

पंकज अक्सर काम के सिलसिले में बाहर रहते थे। इस लिए दोनों की मुलाकात कम ही हुआ करती थी। दोनों चिट्ठियां लिखकर एक दूसरे का हाल जाना जाना करते थे। एक समय ऐसा आया, जब पंकज को पढ़ाई के लिए दिल्ली आना पड़ा। उन्हें लगा मृदुला की शादी हो गई होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ मृदुला उनका इंतजार करती रहीं। एक बार उनके घर पंकज का फोन आया तो उन्होंने पूरी तरह से प्यार का इजहार कर दिया। इसके बाद मृदुला नौकरी की तलाश में दिल्ली चली आईं ताकि वो पंकज के साथ समय बिता सकें। इसके बाद परिवार ने उनके रिश्ते को स्वीकार लिया।

15 जनवरी 2004 को दोनों शादी के पवित्र बंधन में बंध गए। इसके बाद पंकज मृदुला के साथ मुंबई आ गए और फिल्मों में काम पाने के लिए स्ट्रगल करने लगे। इस बीच घर की पूरी जिम्मेदारी घर मृदुला ने संभाली वो टीचिंग करके घर का खर्चा उठाती थीं, जिससे वह एक्टर को सपॉर्ट कर सकें। आखिरकार, दोनों की मेहनत रंग लाई और साल 2004 पंकज ने फिल्म 'रण' से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया। 

इसके बाद अभिनेता फिल्म 'ओमकारा' में नजर आए। शुरुआत में पंकज को इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी मगर धीरे धीरे उन्होंने बी टाउन में अपना सिक्का जमा लिया। साल 2018 में आई वेब सीरीज 'मिर्जापुर' ने उनकी किस्मत बदल दी। इस सीरीज की बदौलत उन्हें 'कालीन भैया' के रूप में पहचान मिली। एक्टर 'स्त्री' में रुद्र फिर 'क्रिमिनल जस्टिस' के माधव मिश्रा के किरदार में नजर आए। अपने किरदार और बेहतरीन एक्टिंग से उन्होंने दर्शकों के दिलों पर छाप छोड़ी की लोग उनके दीवाने हो गए।