गाजा पट्टी । इजराइल-हमास के बीच चल रही लड़ाई में दोनों तरफ से हजारों लोगों के मौत की खबर है। अब यह लड़ाई खतरनाक होती जा रही है। इजराइल पर फिलिस्तीन ने फास्फोरस बम दागने के आरोप लगाए गए हैं। इजराइली सेना ने गाजा से लगे हुए अल-करामा शहर पर इजराइल ने प्रतिबंधित फास्फोरस बम का इस्तेमाल किया। ये बम जिस इलाके में गिरते हैं वहां ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है। इसके कण इतने छोटो होते हैं कि मानव शरीर में घुस जाते हैं। वहीं, रातभर में इजराइल ने गाजा में हमास के 200 ठिकानों पर हमले किए। इजराइली एयरफोर्स ने बताया है कि उन्होंने हमास कमांडर मोहम्मद देइफ के पिता के घर पर अटैक किया है। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में देइफ के भाई की मौत हुई है।
इजराइली हमलों के बाद पूरे गाजा में बिजली सप्लाई ठप हो गई है। गाजा पट्टी के एकमात्र पावर प्लांट में ईंधन खत्म हो गया है। इससे पूरे इलाके की बिजली सप्लाई रुक गई है। अस्पतालों की इमरजेंसी लाइट सिर्फ 2 दिन चल सकेगी। 9 अक्टूबर को गाजा बॉर्डर पर कब्जे के बाद इजराइल ने गाजा तक होने वाली बिजली सप्लाई रोक दी थी। इसके पहले इजराइल और हमास की जंग में अब तक 2,150 लोगों की मौत हुई है। इनमें से करीब 1,200 इजराइली हैं। वहीं अब तक करीब 950 फिलिस्तीनियों ने भी जान गंवाई है। गाजा पर इजराइल के हमले में हृ के 9 कर्मचारी मारे गए हैं। इस बीच मंगलवार रात अमेरिका का पहला ट्रांसपोर्ट प्लेन गोला-बारूद के साथ इजराइल के नेवातिम एयरबेस पर पहुंच गया। दूसरी तरफ, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने पहली बार जंग को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा- यह युद्ध अमेरिकी विदेश नीति की विफलता है। अमेरिका फिलिस्तीनियों के हित को नजरअंदाज कर रहा है।
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से युद्ध के हालात की जानकारी ली। बाइडेन ने व्हाइट हाउस से अपने संबोधन में कहा कि अमेरिका इजराइल के साथ है। इजराइल में एक हजार लोगों की अमानवीय तरह से हत्याएं की गई हैं। इनमें 14 अमेरिकी नागरिक मारे गए। इजराइल में नरसंहार हुआ है। इजराइल को इस हमले का जवाब देने का अधिकार है। इसके साथ ही उन्होंने इजराइल के लिए मदद को दोगुना करने की घोषणा की। बाइडेन ने कहा- यह आतंकवाद है, लेकिन दुख की बात है कि यहूदी लोगों के लिए यह कोई नई बात नहीं है। वहीं अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बताया कि इजराइल के साथ एकजुटता दिखाने के लिए विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन आज इजराइल रवाना होंगे। वो गुरुवार को इजराइल पहुंच सकते हैं।
लेबनान के बाद इजराइल पर सीरिया ने भी हमला कर दिया है। इजराइली सेना ने दावा किया कि वह सीरिया की ओर से हो रही गोलीबारी और रॉकेट हमलों का जवाब तोपखाने और मोर्टार से दे रही है। सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने भी कहा है कि फिलिस्तीनी गुट ने सीरियाई क्षेत्र से इजराइल की तरफ रॉकेट हमले किए। दूसरी तरफ, लेबनान से भी इजराइल पर दोबारा हमला हुआ। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, लेबनान से 15 रॉकेट दागे गए। ये रॉकेट इजराइल के पश्चिमी शहर गलील और दक्षिणी तटीय शहर अश्कलोन में गिरे। जवाबी कार्रवाई में इजराइली सेना ने लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के 3 ठिकानों पर हमला किया है। इससे पहले 8 अक्टूबर को लेबनान बॉर्डर से हिजबुल्लाह ने इजराइल पर गोलीबारी की थी और बम दागे थे।
इजरायली सेना के 50 से 100 लोगों को हमास ने बंधक बना रखा है। इसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। इन्हें हमास गाजा लेकर गया है। फिलिस्तीनी सशस्त्र समूह हमास का दावा है कि उन्होंने 150 से अधिक लोगों को पकड़ा है। यह सभी बंधक गाजा में ही हैं। हमास स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि गाजा पट्टी पर इजरायली हमलों के कारण मरने वालों की संख्या 900 तक पहुंच गई हैं इसमें 15 पैरामेडिक्स,20 पत्रकारों और 4,500 अन्य घायल हैं। इसमें 260 बच्चे और 230 महिलाएओं की भी मौत हो गई है। 22 परिवार पूरी तरह से मारे गए हैं। इजरायली प्रसारक कान ने बुधवार को बताया है कि हमास के हमलों में करीब 1,200 लोग मारे गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि कि मरने वालों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। इस संघर्ष में अब तक 2,806 लोग घायल हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कहा है कि पिछले 24 घंटों में गाजा पट्टी से 263,934 का विस्थापन हुआ है। अभी यह संख्या तेजी से बढऩे की संभावना है। हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार गाजापट्टी में स्वास्थ्य प्रणाली वर्तमान में 44 प्रतिशत दवाओं, 32 प्रतिशत चिकित्सा उपभोग्य सामग्रियों और 60 प्रतिशत प्रयोगशाला और रक्त बैंक आपूर्ति की गंभीर कमी हो गई है। बिजली भी नहीं आ रही है।