खरगोन ।   यहां जगदंबा मेले में दूसरे बाजार मंगलवार को झूला टूट गया। इसमें बैठे 12 से ज्यादा बच्चे घायल हो गए। घायलों को अस्पताल ले जाया गया। हादसे के बाद अफरा तफरी मच गई। झूला संचालक मौके से फरार हो गया। यहां मंगलवार दोपहर करीब 3.30 बजे मेले में 15 फीट ऊंचा राई झूला अचानक टूट गया। इसमें करीब 50 बच्चे व बड़े सवार थे। जिसमें 12 से अधिक बच्चे व बड़े शामिल थे।अचानक झूला टूटा तो उसमें बैठे लोग घबरा गए। चीखने, चिल्लाने की आवाज पर लोग पहुंचे और ताबड़तोड़ बच्चों व अन्य लोगों को बाहार निकाला। हादसे में सात वर्षीय दिव्यांशी पुत्री जितेंद्र नामदेव को घायल हुई है। प्रत्यक्षदर्शी और घायलों ने बताया कि लोग झूले का अानंद ले रहे थे, इसी बीच झूला टूट गया।लोगों ने बताया कि झूले में 10 डोलियों थी। इसमें 30 से 35 लोग बैठाए जा सकते हैं, लेकिन झूला संचालक ने 50 बच्चों व लोगों को बैठाया था। झूले को चार लोग चला रहे थे। झूला टूटने के दौरान सबसे पहले उसकी साइड वाले एंगल का पहले वेल्डिंग टूटा। इसके बाद बोल्ट टूटने से झूले की डोलिया टूटने लगी। डोलियों में बैठे लोग एक दूसरे से जा भीड़े। उसमें लगभग एक दर्जन बच्चे घायल हुए। मौका पाकर झूले के संचालक भीड़ को देखकर भाग निकले। वहीं मेले में इस दौरान न तो सुरक्षा के कोई इंतजाम हैं न ही जनपद पंचायत का कोई कर्मचारी था। मेला समिति का कोई सदस्य मौजूद था। एक पुलिसकर्मी ड्यूटी पर था। झूला टूटने की खबर थाने पर आम लोगों के माध्यम से दी गई।इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पूछताछ की।

मेले से आय हुई, सुविधाएं भी देना चाहिए

हादसे के बाद लोगों का कहना है कि मेले से ग्राम पंचायत को आय हुई है। इसके चलते यहां सुविधाएं भी देना चाहिए। मेले में हर कार्य नियमानुसार होना चाहिए। झूले संचालक को पहले ही समझाइश दी जाती तो हादसा नहीं होता। इसके अलावा सफाई और सुरक्षा व्यवस्था भी जरूरी है। यहां पुलिस की ड्यूटी होना चाहिए। साथ ही मेले में असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई होना चाहिए।