भोपाल ।  नेशनल मेडिकल कमीशन(एनएमसी) की नई गाइडलाइन के अनुसार अब प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजाें के जूनियर डाक्टर को सप्ताहिक अवकाश मिल सकेगा। चिकित्सा शिक्षा विभाग इसके लिए जल्द आदेश निकालने की तैयारियों में जुट गया है। जबकि राजधानी के गांधी मेडिकल कालेज में जूनियर डाक्टरों को अब साप्ताहिक अवकाश के लिए आदेश जारी करने वाला प्रदेश का पहला कालेज बन गया है। जीएमसी के डीन डा.सलिल भार्गव ने सभी विभाग के विभागाध्यक्षों काे निर्देश जारी कर सभी जूनियर डाक्टरों के रोटेशन तैयार करने के निर्देश जारी किए हैं। अब इन जूनियर डाक्टरों को नए सरकारी नियमों के तहत अवकाश दिए जाएंगे। इतना ही नहीं गांधी मेडिकल कालेज के डीन कार्यालय के नए आदेशों के मुताबिक सप्ताहिक अवकाश के साथ जूनियर डाक्टरों को शासकीय नियमों के अनुसार मातृत्व और पितृत्व अवकाश देने का भी प्रावधान भी किया जाना सुनिश्चित किया जाना है। इसके साथ ही हर साल 20 छुट्टियां और पांच शैक्षणिक अवकाश भी दिए जाएंगे। नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड (पीजीएमईबी) की पहल पर जूनियर डाक्टरों के लिए नए नियमों के तहत सुविधाएं दी गई हैं। दरअसल, गांधी मेडिकल कालेज सहित चिकित्सा संस्थानों में पढ़ाई कर रहे जूनियर डाक्टरों की ओर से एनएमसी को अत्यधिक काम के दबाव की शिकायतें मिल रही थीं। इसमें लंबे समय तक काम कराना, खाने से लेकर आराम तक के लिए समय नहीं मिलना, नींद पूरी न होने से मानसिक तनाव और इमरजेंसी में भी अवकाश नहीं मिलने जैसी शिकायतें थीं। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते एनएमसी ने नए निर्देश जारी कर दिए हैं । हमीदिया के अधीक्षक डा. आशीष गोहिया बताते हैं कि जूनियर डाक्टरों के तनाव में रहने से मरीजों के इलाज और उनके जीवन पर असर पड़ सकता है। इसलिए आदेशों के मिलने के बाद कार्रवाई को तेज कर दिया गया है। जीएमसी में वर्ष 2023 में दो जूनियर डाक्टरों ने आत्महत्या कर ली थी।

इनको मिल सकेगी राहत

मालूम हो कि हर सरकारी अस्पताल में रेजिडेंट डाक्टरों के तीन बैच होते हैं। आमतौर पर जूनियर डाक्टर वह होते हैं, जिनके पास पहले से एमबीबीएस मेडिकल ग्रेजुएट डिग्री होती है और एमडी, एमएस जैसे पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री के दौरान अस्पताल में काम करते हैं। इन सभी को सप्ताहिक अवकाश का लाभ मिल सकेगा।

इनका कहना है

हमने जूनियर डाक्टरों के सप्ताहिक अवकाश को लेकर दिशा निर्देश सभी विभागाध्यक्षों को जारी कर दिए हैं। अब विभागाध्यक्षों को रोटेशन तय किया जाना है।

- डा.सलिल भार्गव, डीन गांधी मेडिकल कालेज

अभी तो नहीं लेकिन अब इसे लेकर हम नए दिशा निर्देश जल्द ही जारी कर देंगे। जूनियर डाक्टरों को सप्ताहिक अवकाश दिया जाना है। इसे जल्द ही लागू कराया जाएगा।

- डा.एके श्रीवास्तव, संचालक चिकित्सा शिक्षा भोपाल