नई दिल्ली। ऐसे कई चीनी एप पड़े हुए हैं जो इंसटेंट लोन देते हैं और भोले भाले लोगों को जाल में फंसाते हैं। इसके बाद भारी भरकम रकम वसूली जाती है और विरोध करने पर धमकाया जाता है। ऐसी ही धमकियों के कारण अब तक कई लोग आत्महत्या करने को मजबूर हो गए। अब सरकार ने इन पर लगाम कसना शुरु किया और ऑनलाइन कर्ज वितरण से जुड़ी कंपनियों समेत कई चीनी फर्मों के खिलाफ कॉरपोरेट मामलों का मंत्रालय जांच शुरु की। इनमें से कुछ जांच अग्रिम चरण में पहुंच चुकी हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। 
हालांकि, कुछ कंपनियों के वित्तपोषण स्रोतों का पता लगाना कभी-कभी मुश्किल होता है लेकिन कंपनियों के लाभकारी स्वामित्व का पता लगाने के प्रयास किए जाते हैं। जनवरी में दिल्ली और हरियाणा क्षेत्र के कंपनी पंजीयक ने एक भारतीय कंपनी और उससे संबंधित व्यक्तियों और संस्थाओं पर कुल 21 लाख रुपए से अधिक का जुर्माना लगाया था। यह कदम एक चीनी समूह के लाभकारी स्वामित्व संबंधों को छिपाने के लिए कड़ी कार्रवाई का हिस्सा था। वित्त मंत्रालय ने संसद के बजट सत्र में जानकारी दी कि गूगल ने सितंबर, 2022 और अगस्त, 2023 के बीच अपने प्ले स्टोर से 2,200 से अधिक धोखाधड़ी वाले ऋण ऐप को निलंबित कर दिया है या हटा दिया है। 
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मंत्रालय विभिन्न चीनी कंपनियों, खासकर कर्ज ऐप से जुड़ी कंपनियों के खिलाफ पड़ताल कर रहा है और इनमें से कुछ जांच अंतिम चरण में हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी कानून लागू करने के लिए जिम्मेदार मंत्रालय यह देख रहा है कि क्या इन कंपनियों में कोई धोखाधड़ी हुई है। कुछ मामलों की जांच गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) कर रहा है। अधिकारी के मुताबिक, रिजर्व बैंक और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय समेत अन्य इकाइयों से मिली शिकायतों के आधार पर भी संबंधित कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू की जाती है।