नई दिल्ली । इन दिनों दुनिया में मंकीपॉक्स वायरस की दहशत व्याप्त है। भारत में भी इसके बचाव के लिए कार्य जारी है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को मंकीपॉक्स वायरस के खिलाफ टीका और डायग्नोस्टिक किट विकसित करने में रुचि दिखाने वाले निमार्ताओं से 31 बोलियां प्राप्त हुई हैं। सूत्र के अनुसार, कुल 31 बोलियों में से आठ कंपनियों ने टीके के विकास के लिए ईओआई जमा किया है जबकि 23 फर्मों ने किट के विकास के प्रति रुचि दिखाई है। हालांकि, अभी तक किसी भी कंपनी को टेंडर नहीं दिया गया है और फिलहाल इसका मूल्यांकन किया जा रहा है। निर्माता सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से वैक्सीन विकसित करेंगे। आईसीएमआर ने पिछले महीने 27 जुलाई को मंकीपॉक्स के लिए वैक्सीन और डायग्नोस्टिक किट के विकास के लिए ईओआई को आमंत्रित किया था। मंकीपॉक्स के खिलाफ वैक्सीन उम्मीदवार के विकास में संयुक्त सहयोग के लिए अनुभवी वैक्सीन निर्माताओं, इन-व्रिटो डायग्नोस्टिक (आईवीडी) किट निमार्ताओं से ईओआई को आमंत्रित किया गया था। ईओआई जमा करने की आखिरी तारीख 10 अगस्त थी।
इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी ने शनिवार को एक और मंकीपॉक्स संक्रमण की सूचना दी, जिससे मामले की संख्या 5 हो गई। पांच संक्रमित रोगियों में से एक को छुट्टी दे दी गई है और चार का इलाज एलएनजेपी अस्पताल में चल रहा है। भारत में अब तक मंकीपॉक्स संक्रमण के 10 मामले सामने आ चुके हैं।