ऑपरेशन सिंदूर से पहले साइबर हमले नाकाम, भारत की कड़ी साइबर सुरक्षा
पाकिस्तान से चार दिनों तक चले सैन्य टकराव के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी ड्रोनों के झुंडों को नाकाम किया और साइबर योद्धाओं ने डिजिटल घुसपैठ का सफलतापूर्वक मुकाबला किया।
भारतीय वेबसाइटें साइबर हमलों का शिकार बनीं
सात मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी शिविरों को नष्ट करने से पहले कई भारतीय वेबसाइटें साइबर हमलों का शिकार बनीं। पहलगाम हमले के बाद जालंधर स्थित आर्मी नर्सिंग कॉलेज की वेबसाइट को हैक किया गया।
भारतीय सशस्त्र बलों के खिलाफ गलत अभियान चलाया गया
हाल ही में, चार आर्मी पब्लिक स्कूलों को भी हैकर्स ने निशाना बनाया। इसके साथ ही भारत और भारतीय सशस्त्र बलों के खिलाफ इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर गलत सूचनाओं का अभियान चलाया गया।
भारतीय वायुसेना के एयर आपरेशंस के महानिदेशक, एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि आठ मई को कई पाकिस्तानी ड्रोन ने भारतीय ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया लेकिन सभी हमलों को नाकाम कर दिया गया।
साइबर विशेषज्ञों ने अफवाहों का खंडन किया
भारत ने सात मई की रात को बराक-8 मिसाइल और एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम का उपयोग किया। साइबर विशेषज्ञों ने अफवाहों का खंडन किया और पाकिस्तान के दावों की तथ्य-जांच की। सरकार के प्रेस सूचना ब्यूरो ने भी कई झूठे दावों का खंडन किया।
स्वदेशी तकनीक ने दुश्मन को हराया
इस ऑपरेशन में भारत की तीनों सेनाओं ने एक साथ मिलकर दुश्मन को धूल चटाई है। लंबी दूरी के ड्रोन से लेकर लक्ष्य भेदी हथियारों तक भारत के आधुनिक और स्वदेशी तकनीक के इस्तेमाल से हमले काफी प्रभावी रहे। चीन द्वारा पाकिस्तान को दी गई एअर डिफेंस सिस्टम को जाम कर 23 मिनट में मिशन पूरा कर लिया गया।
पाकिस्तान भारत के एअर डिफेंस को नहीं भेद पाया
चीन में बनी पीएल 15 मिसाइलें, तुर्किए की यीहा, लंबी रेंज के रॉकेट, क्वाडकॉप्टर और कॉमर्शियल ड्रोन को एअरफोर्स ने ध्वस्त तो किया ही, उनके सबूत पेश कर आतंकियों के मददगारों को आईना भी दिखाया। अपने आकाओं से हथियार लेकर भी पाकिस्तान भारत के एअर डिफेंस को नहीं भेद पाया।