भोपाल । निगम अधिकारियों की अनदेखी की वजह से वार्ड-43 में आने वाली रचना नगर कालोनी के लोगों को साफ-सफाई, सड़क व स्ट्रीट लाइट की सुविधा नहीं मिल पा रही है। प्रतिदिन कलेक्शन नहीं होने से कचरा रहवासियों द्वारा खाली प्लाटों पर फेंका जा रहा है। लाखों रुपये खर्च कर बच्चों के लिए बनाया गया पार्क बदहाल है। स्ट्रीट लाइट नहीं होने से रात में उखड़ी सड़कों के गड्ढे भी नहीं दिखाई देते, जिससे वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। कालोनी में घूमने वाले आवारा कुत्तों की वजह से रहवासियों को घर से निकलने में भी डर लगता है। आए दिन रहवासियों पर ये हमला कर देते हैं।
नगर निगम द्वारा राजधानी के शत-प्रतिशत घरों से रोजाना कचरा कलेक्शन करने का दावा किया जाता है लेकिन रचना नगर समेत अन्य कालोनियों में खाली प्लाटों पर फेंका गया कचरा इसकी हकीकत बयां करता है। इस कचरे के ढेर पर भूख मिटाने के लिए जानवरों का झुंड लगा रहता है। कई दिनों तक कचरा नहीं उठाने से इसकी दुर्गंध लोगों के घरों तक पहुंचती है। इससे रहवासियों में उल्टी-दस्त से संबंधित बीमारियां बढ़ गई हैं।
नगर निगम द्वारा राजधानी के शत-प्रतिशत घरों से रोजाना कचरा कलेक्शन करने का दावा किया जाता है लेकिन रचना नगर समेत अन्य कालोनियों में खाली प्लाटों पर फेंका गया कचरा इसकी हकीकत बयां करता है। इस कचरे के ढेर पर भूख मिटाने के लिए जानवरों का झुंड लगा रहता है। कई दिनों तक कचरा नहीं उठाने से इसकी दुर्गंध लोगों के घरों तक पहुंचती है। इससे रहवासियों में उल्टी-दस्त से संबंधित बीमारियां बढ़ गई हैं।
रचना नगर में बीते पांच साल से सड़कें उखड़ी हुई हैं लेकिन इनकी मरम्मत नहीं कराई जा रही है। कालोनी की सड़कों के किनारे स्ट्रीट लाइट नहीं होने से रहवासी दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। रहवासियों ने बताया कि रचना नगर में सड़क निर्माण को लेकर नगर निगम के अधिकारी व क्षेत्र के विधायक से भी मांग कर चुके हैं, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई।
नियमित साफ-सफाई नहीं होने से रहवासियों द्वारा सड़क व गलियों में कचरा फेंका जा रहा है। नगर निगम की ओर से कचरा फेंकने के लिए कंटेनर तक नहीं रखे गए हैं। ऐसे में लोग खुले में कचरा फेंक रहे हैं।