भोपाल । देश में पेट्रोल-डीजल और खाद्य सामान की बढ़ती कीमतों का असर हर किसी पर पड़ रहा है। महंगाई का झटका अब शराब के शौकीनों को लग सकता है। बीयर बनाने वाली कंपनियां इनकी कीमतें बढ़ाने पर विचार कर रही हैं। कुछ राज्यों में तो कई कंपनियों ने रेट बढ़ा भी दिए हैं. इस बार मार्च में ही जबरदस्त गर्मी पडऩे की वजह से बीयर की मांग में भी भारी इजाफा हुआ है। जौ जैसे कच्चे माल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी के बाद बीयर बनाने वाली कंपनियां रेट बढ़ाने की तैयारी में हैं। बीयर बनाने वाली कंपनियों का कहना है कि जौ की कीमतें पिछले तीन महीने में दोगुनी हो गई हैं।
इसके अलावा बोतल क्राउन, लेबल और पैकिंग कार्टून के रेट भी पहले से 25 फीसदी तक बढ़ चुके हैं। वहीं, ग्लास मेकर्स की ओर से बोतल की कीमतें 30 फीसदी तक बढ़ाई गई है। ऐसे में बीयर कंपनियों के पास दाम बढ़ाने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है। यूबी ग्रुप और बी9 बेवरेजेस जैसी कई कंपनियां जल्द उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक, मध्यप्रदेश और कई राज्यों में बीयर की कीमतों में इजाफे की तैयारी कर रही है।
बता दें कि अल्कोहल का दाम राज्य सरकारें तय करती हैं। यही वजह है कि दाम बढ़ाने या घटाने से पहले कंपनियां राज्य सरकारों से परामर्श करती हैं। राज्य सरकारों को ब्रूअरी और डिस्टीलर से बड़े पैमाने पर कमाई होती है। शराब के दाम में अधिकतर शेयर राज्य सरकारों का टैक्स होता है। बीयर के बढ़ते दामों के बावजूद देश में पिछले दो साल में मांग में बड़ी तेजी देखी जा रही है। प्रीमियम बीयर की मांग और भी ज्यादा है. कंपनियों का कहना है कि पहले की तुलना में डेढ़ से दोगुना तक की तेजी से प्रीमियम बीयर का कारोबार बढ़ रहा है। कंपनियां कहती हैं कि दाम बढऩे के बावजूद मांग में कोई कमी नहीं है।