पूर्व दिग्गज टेनिस स्टार बोरिस बेकर को सात साल जेल की सजा सुनाई गई है। उन्हें इनसोल्वेंस एक्ट के तहत चार मामलों में साउथवार्क क्राउन कोर्ट ने दोषी पाया है। इसके अलावा 20 मामलों में बरी भी किया गया। बेकर को जून 2017 में दिवालिया घोषित कर दिया गया था। उन पर 24 आरोप तय किए गए थे।

बेकर पर लगे आरोपों में ओलंपिक स्वर्ण पदक समेत अपनी दो विम्बलडन ट्रॉफियां और अन्य पुरस्कार सौंपने में विफल और ट्रस्टीज से अपनी संपत्ति छुपाने का आरोप है। इसके साथ ही बेकर पर जर्मनी में मर्सिडीज कार डीलरशिप की बिक्री से मिले 10 लाख डॉलर कथित तौर पर छुपाने का और सैंकड़ों हजार पौंड अन्य खाते में स्थांतरित करने का आरोप था। हालांकि, बेकर ने इन आरोपों से इनकार किया था।

बेकर पर स्पेन के मलोर्का में तीन मिलियन पाउंड स्टर्लिंग यानी 29.66 करोड़ रुपये लोन का भुगतान नहीं करने का आरोप था। इसके बाद उन्हें दिवालिया घोषित किया गया था। बेकर को संपत्ति छुपाने के लिए राशि को अपनी पूर्व पत्नियों बारबरा और लिली सहित नौ लोगों में बांट देने का दोषी पाया गया।