अमेरिका ने मालदीव में आईएसआईएस और अल-कायदा जैसे आतंकवादी संगठनों की मदद करने वाले समर्थकों पर बड़ी कार्रवाई की है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने मालदीव में आतंकी संगठनों को वित्तीय सहायता देने के लिए 20 व्यक्तियों और 29 कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। भारत और मालदीव के आपस में काफी गहरे संबंध हैं।

अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने सोमवार को कहा कि जिन लोगों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं उनमें कई तो पत्रकारों और स्थानीय अधिकारियों पर हमलों की योजना बनाने में शामिल थे।आगे उन्होंने कहा कि अमेरिका मालदीव में आतंकवादी हमलों के लिए वित्तीय और अन्य सहायता को रोकना और बाधित करना जारी रखेगा।अमेरिका के ट्रेजरी और राज्य विभागों ने मालदीव में 18 आईएसआईएस और आईएसआईएस-खुरासान (आईएसआईएस-के) के सूत्रधार और दो अल-कायदा के गुर्गों के साथ-साथ 29 संबद्ध कंपनियों पर भी प्रतिबंध लगाया है।

प्रतिबंधित व्यक्तियों में मोहम्मद अमीन का नाम भी जोड़ा गया है जिस पर आईएसआईएस-के के लिए भर्ती करने का आरोप है। माना जाता है यह आईएसआईएस के प्रमुख भर्तीकर्ताओं में शामिल है।मोहम्मद अमीन को अमेरिका ने 2019 में आतंकी घोषित किया था।अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मिलर ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन आतंकवादी संगठनों का समर्थन करने वाले इन नेटवर्क का मुकाबला करने के लिए प्रतिबद्ध है साथ ही इनसे उत्पन्न खतरों का मुकाबला का काम रहेगा।

अमेरिका का उद्देश्य है कि आतंकी संगठनों को हमलों को अंजाम देने के लिए धन और संसाधनों से वंचित किया जाए।नए प्रतिबंधों में मालदीव स्थित एक गिरोह में भाग लेने वाले लोगों का भी नाम शामिल है जो आईएसआईएस की गतिविधियों को वित्तपोषित करने और संभावित सदस्यों को संघर्ष वाले क्षेत्रों में भेजने के लिए तैयार करने में मदद करता था।

आतंकवाद और वित्तीय खुफिया विभाग के अवर सचिव ब्रायन नेल्सन ने कहा कि अमेरिका इन आतंकवादी समर्थन नेटवर्कों को वित्त पोषण और संसाधनों से वंचित करने और स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके द्वारा उत्पन्न खतरों का मुकाबला करने के लिए प्रतिबद्ध है।