चेन्नई| तमिलनाडु विधानसभा का शीतकालीन सत्र 17 अक्टूबर से शुरू होने के साथ ही अन्नाद्रमुक में विपक्ष के उपनेता पद को लेकर एक नई जंग छिड़ गई है। विपक्ष के उप नेता का पद पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम (ओपीएस) के पास था और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता पूर्व मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी हैं (ईपीएस), जो अन्नाद्रमुक के अंतरिम महासचिव भी हैं।

ओपीएस और उनके करीबी लोगों को 11 जुलाई को हुई पार्टी की आम परिषद की बैठक के दौरान अन्नाद्रमुक से निष्कासित कर दिया गया था और पलानीस्वामी पार्टी के अंतरिम महासचिव के रूप में उभरे थे।

ओपीएस ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है।

ईपीएस गुट ने विधानसभा अध्यक्ष एम. अप्पावु से पार्टी विधायक आरबी उदयकुमार को उपनेता बनाने के लिए याचिका दायर की है।

पूर्व मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक के अपदस्थ नेता पनीरसेल्वम पहले ही अध्यक्ष को याचिका दायर कर चुके हैं कि वह अभी भी विपक्ष के उपनेता हैं।

ओपीएस के एक करीबी नेता ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "ओपीएस को पार्टी की 11 जुलाई की आम परिषद की बैठक से निष्कासित कर दिया गया था। भारत के सर्वोच्च न्यायालय को ओ. पनीरसेल्वम द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करनी है और अदालत के फैसले के बिना, आप यह नहीं कह सकते कि वह पार्टी के साथ नहीं हैं। आदेश आने दें और फिर हम फैसला कर सकते हैं।"