मध्य प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनाव के राजनीतिक माहौल में एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी लगातार चुनाव की रणनीति से लेकर स्टार प्रचारकों के माध्यम से अपनी रणनीति को अंजाम दे रही है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के मध्य प्रदेश के वरिष्ठ नेता अपने स्टार प्रचारकों के माध्यम से प्रदेश में एक बार फिर झूठ और भ्रम का मायाजाल कुछ इस तरह फैला रहे है जिसमें उन्हीं की वरिष्ठ नेताओं को आगे चलकर चुनाव आयोग के माध्यम से राजस्थान की तरह अपमानित होना पड़ सकता है । ज्ञात हो कि पिछले दिनों राजस्थान में एक रैली के दौरान प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर एक मंदिर में लिफाफे के माध्यम से ₹21 दान करने का चुनावी आरोप लगाया था । जिस पर राजस्थान की भारतीय जनता पार्टी चुनाव आयोग में पहुंच चुकी है और चुनाव आयोग से प्रियंका गांधी को नोटिस जारी किया गया है। इसी तरह 24 घंटे पूर्व मध्य प्रदेश चुनाव में दमोह क्षेत्र के अंतर्गत कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी से मध्य प्रदेश के कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चुनावी मंच से एक और झूठ बुलवा दिया है ।

प्रियंका गांधी ने कहा - मध्य प्रदेश में 3 साल में 21 नौकरियां । 

24 घंटे पूर्व मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के एक कार्यक्रम के अंतर्गत दमोह में चुनावी सभा के दौरान प्रियंका गांधी ने इस दावे के साथ आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश के अंदर बेरोजगारी बेहद गंभीर स्थिति में पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में 3 साल के अंतराल में मात्र 21 लोगों को नौकरी दी गई है । अपने इस आरोप एवं दावे के विषय में उन्होंने मध्य प्रदेश की विधानसभा में दिए गए एक कैबिनेट मंत्री के जवाब को आधार बनाते हुए कहा है कि वर्ष 2020 से के 23 के बीच मध्य प्रदेश में केवल 21 लोगों को नौकरी मिली है । जबकि मध्य प्रदेश के संबंध में यह दावा पूरी तरह से झूठ एवं आधारहीन होने के साथ-साथ केवल भ्रम बनाने के उद्देश्य से किया गया । इस संबंध में भारतीय जनता पार्टी की ओर से जो स्पष्टीकरण सामने आया है उसके अनुसार प्रियंका गांधी केवल और केवल मध्य प्रदेश को बदनाम करने के साथ-साथ झूठे आंकड़े फैला कर पूरी तरह से सफेद झूठ बोल रही है । इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी आप को पूरी तरह से बेबुनियाद एवं झूठा बताया और उन्होंने कहा कि 2020 से लेकर 2023 तक हजारों बेरोजगारों को नौकरी दी गई । भाजपा की वरिष्ठ नेता बताते हैं कि इस मामले में भी राजस्थान की तरह हम चुनाव आयोग को शिकायत करने के साथ-साथ मानहानि का मुकदमा भी प्रियंका गांधी के विरुद्ध कायम करेंगे ।

पूरी तरह झूठा साबित हुआ 3 वर्ष में 21 नौकरियों का प्रियंका गांधी का दावा। 

24 घंटे पूर्व दमोह में चुनावी सभा के दौरान वर्ष 2020 से लेकर 2023 तक मात्र 21 नौकरियां मध्य प्रदेश के बेरोजगारों को देने का प्रियंका गांधी का दावा पूरी तरह से अधूरा एवं गलत साबित हुआ है । इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2020 से लेकर लगभग डेढ़ वर्ष तक महामारी का कार्यकाल रहा, ऐसी स्थिति में लगभग डेढ़ से दो वर्ष तक मध्य प्रदेश में नौकरियां देने के संबंध में विज्ञापन एवं अन्य प्रक्रिया रोक दी गई थी । जिस संबंध में 21 नौकरियों का दावा किया गया , वह दावा वास्तविक रूप से रोजगार कार्यालय में बेरोजगारों की पंजीकरण से संबंधित था । वर्ष 2020 से लेकर  2023 तक मध्य प्रदेश के रोजगार कार्यालय में एक विधानसभा की जानकारी के अनुसार लगभग दो लाख लोगों का पंजीकरण किया गया जिसमें रोजगार उपलब्ध कराने की जानकारी के संबंध में 21 लोगों को एवं अन्य प्राइवेट माध्यम से रोजगार एक लाख से अधिक लोगों को दिए जाने की सूचना रोजगार कार्यालय में दर्ज की गई । जिसका मध्य प्रदेश में 3 साल में 21 रोजगार देने का दावा पूरी तरह इसलिए गलत बताया गया है क्योंकि 2022 एवं 23 में संविदा शिक्षक भर्ती से लेकर शिक्षा विभाग एवं पुलिस विभाग में लगभग 20000 लोगों को भरती की गई है । इसके अतिरिक्त अन्य विभागों में भी भर्ती प्रक्रिया लगातार जारी है जिनकी संख्या  2023 तक लाख में है । कुल मिलाकर प्रियंका गांधी का 21 नौकरियों का दावा पूरी तरह से सरकार की ओर से भी विफल झूठ एवं गलत साबित हुआ ।

ग्वालियर में 50% कमिशन का दावा भी पूरी तरह झूठा निकला था । 

दमोह की चुनावी सभा में जिस तरह 3 साल में 21 नौकरियां देने का दावा प्रियंका गांधी ने किया था उसी तरह का एक और दावा जो पूरी तरह से षड्यंत्रकारी एवं झूठा था , ग्वालियर की चुनावी सभा में भी लगभग 6 महीने पूर्व किया गया था । मध्य प्रदेश सरकार पर ठेकेदारों के संगठन के माध्यम से एवं पत्र के माध्यम से जो  50% कमीशन का आरोप लगाया गया था वह पत्र एवं व्यक्ति पूरी तरह से झूठा एवं काल्पनिक निकला । इस मामले में भी झूठ फैलाने का आरोप प्रियंका गांधी पर लगा एवं मध्य प्रदेश सरकार के साथ-साथ संबंधित सरकार की एजेंसी ने इस पत्र को पूरी तरह से फर्जी बताया था ।

 राजस्थान में प्रधानमंत्री के ऊपर झूठे आरोप पर चुनाव आयोग से नोटिस जारी । 

मध्य प्रदेश से लेकर राजस्थान तक कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी द्वारा झूठ फैलाने का लगातार एवं अनवरत सिलसिला जारी है। राजस्थान में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर एक चुनावी सभा में इसी तरह का आरोप एक वीडियो के माध्यम से प्रियंका गांधी ने जब लगाया , तो इस मामले की जांच एवं पड़ताल के पश्चात आरोप पूरी तरह से झूठ एवं भ्रम फैलाने वाला निकला । इस मामले को लेकर भी भारतीय जनता पार्टी की राजस्थान इकाई ने चुनाव आयोग को शिकायत की थी। शिकायत के पश्चात इस मामले में 24 घंटे पूर्व भी कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी को नोटिस जारी कर दिया गया है ।

 प्रियंका गांधी ने क्या कहा? 

प्रियंका गांधी ने कहा था, ''आपने तो देखा ही होगा। मैंने टीवी पर देखा पता नहीं सच है कि नहीं। पीएम मोदी देवनारायण जी के मंदिर में शायद गए थे। उन्होंने लिफाफा डाला। मैंने टीवी पर देखा कि 6 महीने के बाद पीएम मोदी का दान किया गया लिफाफा खोला तो इसमें 21 रुपये मिले।''