वॉशिंगटन । विज्ञान के अविष्कारों ने मानव का जीवन आसान कर दिया है। इंसान ने विज्ञान की मदद से कई तरह के आविष्कार किए हैं मगर विज्ञान ने इतनी भी तरक्की नहीं की है कि हम किसी को जिंदा कर पाएं। मौत के बाद फिर से जिंदा कर पाना असंभव ही लगता है पर अब एक ऑस्ट्रेलियाई कंपनी ने दावा किया है कि वो इंसान को मरने के बाद भी जिंदा कर देगी। इसके लिए कंपनी लोगों की लाशों को बर्फ में दफनाने का काम कर रही है। 
रिपोर्ट के अनुसार ऑस्ट्रेलिया की कंपनी सदर्न क्रायोनिक्स का हेडक्वार्टर सिडनी में है और उन्होंने वहां से करीब 500 किलोमीटर दूर होलब्रुक में अपनी हाइटेक फैसेलिटी सेटअप की है।  कंपनी ने दावा किया है कि वो इंसान की लाश को -200 डिग्री सेल्सियस तापमान में दफन करेगी और उसके बाद भविष्य में अगर कभी विज्ञान इतनी तरक्की कर गया कि इंसान को मरने के बाद भी जिंदा किया जा सके तब दफन की गई लाशों को निकाल कर उन्हें जिंदा किया जाएगा।  अब आपको बताते हैं कि इस प्रोजेक्ट में कितने रुपये खर्च होंगे।  रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी अपने कस्टमर्स से 1 करोड़ से ज्यादा रुपये लाश को बर्फ में दफनाने के लिए चार्ज करेगी।  लाश को लिक्विड नाइट्रोजन में -200 डिग्री सेल्सियस तापमान में एक स्टील चैंबर के अंदर दफन किया जाएगा।  शरीर को स्टील चैंबर में उल्टा डाला जाएगा यानी सिर नीचे और पैर ऊपर।  ऐसा इसलिए किया जाएगा जिससे कहीं अगर चैंबर लीक हुआ तो ब्रेन के उसके बावजूद भी बचने के चांस बने रहेंगे। 
कंपनी के पास फिलहाल 40 जगह खाली हैं जिसमें से अधिकतर जगहें कंपनी के फाउंडर्स के लिए सुरक्षित रखी गई है।  इन जगहों को प्रोजेक्ट की पहली स्टेज में भरा जाएगा जबकि आगे चलकर नए वेयरहाउस बनाए जाएंगे जिससे 600 अतिरिक्त जगह भी बनाई जाएंगी।  कंपनी इस विचार को बढ़ावा देती है कि मृत्यु एक क्रमिक प्रक्रिया है और अगर किसी मृत शरीर को जल्दी जमा दिया जाए तो मौत को पलटा जा सकता है।  आपको बता दें कि इस पूरी प्रक्रिया को मेडिकल फील्ड में क्रायोनिक्स कहते हैं।