भोपाल ।  मुझे फिल्मों के प्रति बचपन से ही लगाव था। मैंने इसके लिए अपनी पढ़ाई तक छोड़ी दी थी। बाद में माता-पिता के समझाने पर पढ़ाई शुरू की। मुंबई के नटराज गोपी कृष्णा कथक नृत्य अकादमी से कथक में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। यह कहना है अभिनेत्री अदा शर्मा का। वो और उनकी द केरला स्टोरी की टीम मंगलवार को भोपाल में थी। सबसे पहले यह टीम माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय पहुंची और विद्यार्थियों से संवाद किया। इसके बाद उनकी टीम ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ फिल्म भी देखी। अदा ने बताया कि शुरुआत में मेरा फिल्मी करियर आसान नहीं था। बालीवुड में जगह बनाने के लिए मैंने तमिल और तेलुगु फिल्मों में भी काम किया है। अदा ने द केरला स्टोरी के बारे में बताया कि इस फिल्म के लिए काफी मेहनत की है। फिल्म की पूरी टीम ने सपोर्ट किया। अदा ने कहा कि ये फिल्म आतंकवादियों के खिलाफ है। इसलिए उन्हें फिल्म से समस्या जरूर होगी। अदा के अलावा फिल्म निर्देशक सुदीप्तो सेन, प्रोड्यूसर विपुल शाह, लेखक सूर्यपाल सिंह ने भी विद्यार्थियों से सीधे संवाद किया।

भारत की आवाज बनी है फिल्म : सुदीप्तो सेन

फिल्म निर्देशक सुदीप्तो सेन ने कहा कि इस फिल्म ने इतिहास रच दिया है। यह मुद्दा दो दशकों से चल रहा था, लेकिन किसी ने इस पर काम नहीं किया और न ही हिम्मत दिखाई। आज यह फिल्म भारत की आवाज बन चुकी है। यह फिल्म आतंकवाद के खिलाफ है, मजहब के खिलाफ नहीं। यह फिल्म बनाने के लिए काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उन पर होटल में अटैक हुआ। उन्हें भागना भी पड़ा। लोगों का इस फिल्म के प्रति लगाव ही हमारी असली पूंजी है।

कई पुस्तकें पढ़कर लिखी फिल्म : सूर्यपाल सिंह

फिल्म के निर्माता विपुल शाह ने कहा कि आप लोगों की वजह से ही आज ये फिल्म इस मुकाम पर पहुंची है। यह एक रियल स्टोरी है जो तीन लड़कियों की सच्ची कहानी पर बनाई गई है। फिल्म के लेखक सूर्यपाल सिंह ने कहा कि वे मध्यप्रदेश के धार जिले से हैं और यह फिल्म सिर्फ फिल्म नहीं बल्कि सच्चाई है। सच को, सच के जैसे कैसे प्रस्तुत किया जाए। इसके लिए उन्होंने बहुत मेहनत की। काफी पुस्तकों का अध्ययन किया।