नई दिल्ली ।  राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता पीसी चाको ने कहा है कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’, भारतीय राजनीतिक परिदृश्य में कोई परिणाम लाने वाली नहीं है। कांग्रेस केवल यह साबित करने के लिए देशभर में यह यात्रा निकाल रही है कि वह मरी नहीं है। चाको ने जोर देकर कहा कि राकांपा प्रमुख शरद पवार ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं, जो विपक्षी दलों को एकजुट कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह एकदम स्पष्ट है, क्योंकि 21 राजनीतिक दलों ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार के रूप में उनके नाम का प्रस्ताव रखा था।
पीसी चाको ने 10 मार्च, 2021 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया था कि केरल में कांग्रेस का नेता बनना मुश्किल हो गया है। पूर्व कांग्रेसी रहे पीसी चाको की टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब राकांपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से मुकाबले के लिए विपक्षी एकता का आह्वान किया है। राकांपा की विस्तारित कार्यसमिति की बैठक में चाको ने कहा कि कांग्रेस ने लगातार 2 लोकसभा चुनावों और विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनावों में हारने के बाद अपने भविष्य को सुधारने के लिए भारत जोड़ो यात्रा शुरू की है। उनकी टिप्पणी को लेकर स्पष्टीकरण के लिए संपर्क किए जाने पर पीसी चाको ने कहा भारत जोड़ो यात्रा भारतीय राजनीतिक परिदृश्य में कोई परिणाम नहीं देगी। हमें एकजुट विपक्ष की जरूरत है। पीसी चाको 2009 से 2014 तक केरल की त्रिशूर सीट से कांग्रेस के लोकसभा सांसद रहे।
चाको ने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव विपक्ष के लिए भारतीय लोकतंत्र को बचाने का आखिरी मौका होगा।
कभी राहुल गांधी के करीबी सहयोगी रहे पूर्व कांग्रेसी नेता ने कहा अगर विपक्ष 2024 की आखिरी बस भी छोड़ देता है, तो हम भारत में लोकतंत्र के जीवित रहने के बारे में नहीं सोच सकते हैं। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने 2024 के आम चुनावों से पहले कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के लिए 8 सितंबर को तमिलनाडु की कन्याकुमारी से जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर तक 3,570 किलोमीटर की भारत जोड़ो यात्रा शुरू की, जो 150 दिन चलेगी। इस यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता देश के विभिन्न राज्यों में लोगों तक पार्टी का संदेश पहुंचाने का काम करेंगे। इधर 81 वर्षीय शरद पवार फिर से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया बन गए हैं।  वह अगले 4 साल तक पार्टी प्रमुख की जिम्मेदारी संभालेंगे।