देहरादून ।  उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री बने रहेंगे अथवा कोई नया चेहरा होगा इसका पता सोमवार को लगेगा। नए मुख्यमंत्री के चयन के लिए देहरादून में सोमवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक होने की संभावना है। बीजेपी की उत्तराखंड इकाई के प्रवक्ता शादाब शम्स ने यह जानकारी दी। उत्तराखंड के लिए पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह और मीनाक्षी लेखी बैठक में शामिल होने के लिए एक दिन पहले रविवार को या फिर उसी दिन देहरादून पहुंच सकते हैं। शम्स के मुताबिक, शपथ ग्रहण समारोह मंगलवार को हो सकता है और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और कई बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के शामिल होने की संभावना है।
कुमाऊं क्षेत्र में शनिवार को होली मनाए जाने के मद्देनजर वहां की विभिन्न विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायक अभी भी वहीं हैं। बीजेपी की उत्तराखंड इकाई के अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि इन नेताओं को अगले दो से तीन दिन में नई सरकार के गठन की संभावनाओं से अवगत करा दिया गया है और वे रविवार तक देहरादून पहुंच जाएंगे। खटीमा से हार के बावजूद पुष्कर सिंह धामी जहां मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं, वहीं चौबट्टाखाल के विधायक सतपाल महाराज, श्रीनगर के विधायक धन सिंह रावत और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी भी इस पद के दावेदारों में शामिल हैं।
बीजेपी की उत्तराखंड इकाई के सूत्रों ने बताया कि धामी के दोबारा मुख्यमंत्री बनने की संभावना ज्यादा है, क्योंकि वह न केवल युवा और ऊर्जावान हैं, बल्कि बीजेपी ने पहाड़ी राज्य में उनके नाम पर चुनाव लड़ा था और शानदार जीत दर्ज की। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के धामी के नाम पर मुहर लगाने का फैसला करने की एक और बड़ी वजह यह हो सकती है कि उसे पिछले कार्यकाल में बेहद कम समय में दो मुख्यमंत्रियों को बदलने के लिए काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। अगर पार्टी किसी नए चेहरे का चयन करने का फैसला लेती है तो क्षेत्रीय और जातीय संतुलन बैठाना काफी अहम होगा। चूंकि, कुमाऊं के एक ब्राह्मण नेता अजय भट्ट को पहले ही केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया जा चुका है, ऐसे में क्षेत्रीय और जातीय संतुलन बैठाने के लिए गढ़वाल के एक ठाकुर या राजपूत नेता को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना जा सकता है।
अगर ऐसा होता है तो सतपाल महाराज या धन सिंह रावत, जो गढ़वाल के प्रमुख ठाकुर नेता हैं, मुख्यमंत्री पद के लिए पसंदीदा चेहरा बनकर उभर सकते हैं। नए मंत्रिमंडल में युवा चेहरों और महिलाओं को अधिक संख्या में शामिल किए जाने की भी चर्चा है। सौरभ बहुगुणा और रितु खंडूरी भूषण के नाम भी मंत्री पद के लिए संभावित हैं।