भोपाल । मप्र में भाजपा और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों के चयन की कवायद तेज कर दी है। भाजपा ने अपनी पहली सूची जारी करने के बाद सोमवार को दिल्ली में दूसरी सूची पर मंथन किया। भाजपा सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सोमवार को दिल्ली में  पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात होगी। इस मीटिंग में भाजपा प्रत्याशियों की दूसरी सूची के नामों पर चर्चा की गई। इस लिस्ट में हारी हुई 64 सीटों पर उम्मीदवार के नामों पर विचार विमर्श किया गया। उधर, कांग्रेस मंगलवार को अपनी पहली सूची पर चर्चा करेगी। संभावना जताई जा रही है की इस सप्ताह में भाजपा 64 तो कांग्रेस 100 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर सकती है।
भाजपा ने पहली बार विधानसभा चुनाव के तीन महीने पहले उम्मीदवार घोषित किए हैं। भाजपा ने 17 अगस्त को हारी हुई 39 सीटों के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। इनमें सभी हारी हुई सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए गए थे। हालांकि, इनमें कई सीटों पर भाजपा के घोषित प्रत्याशियों का भारी विरोध हो रहा है। विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने इस बार 103 हारी हुई सीटों पर पूरा फोकस कर रखा है। हालांकि, पिछले 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 121 सीटों पर हार मिली थी, लेकिन 2020 और 2021 में हुए उपचुनावों में 18 सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी जीत गए। अब भाजपा इन हारी हुई 103 सीटों को जीतने के लिए पहले से उम्मीदवार घोषित कर जीत की रणनीति बनाने में जुटी हुई है।
सीएम शिवराज और वीडी शर्मा के दिल्ली दौरे के दौरान पीएम मोदी के इस महीने होने वाले मप्र के दौरों को लेकर भी चर्चा हई। पीएम मोदी 14 सितंबर को सागर जिले के बीना रिफाइनरी में 50 हजार करोड़ के इन्वेस्टमेंट प्रोजेक्ट्स की आधारशिला रखेंगे। वहीं 18 सितंबर को पीएम ओंकारेश्वर में आदिगुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में भी आ सकते हैं। इसके बाद 25 सितंबर को पीएम भोपाल के जम्बूरी मैदान पर आयोजित होने वाले कार्यकर्ता महाकुंभ में शामिल होंगे।
उधर मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में प्रत्याशियों की पहली सूची पर अंतिम मुहर लगेगी। इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पिछली गलतियों से सबक लेते हुए टिकट पैटर्न बदलने जा रही है। इस बार 66 नए चेहरों को टिकट देने की कोशिश में है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार टिकट के लिए पार्टी ने 5 बड़े पैरामीटर बनाए हैं। इसके तहत 50 प्रतिशत युवाओं को टिकट, महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी। जिस सीट पर लगातार एक ही परिवार को टिकट मिलता आ रहा वहां बदलाव संभव। लगातार दो बार चुनाव हारने वालों को टिकट नहीं, नए लोगों को मिलेगा मौका। किसी बड़े नेता की टिकट में सिफारिश नहीं चलेगी, सर्वे में जो जिताऊ उसी को टिकट। भ्रष्टाचार के आरोपों और विवादों से घिरे विधायकों को टिकट नहीं। बतादें कि पहले दौर के मंथन में पुराने 66 चेहरे बदलना तय है। इसके लिए कल 12 सितंबर को दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक 103 नाम पर अंतिम मुहर लग सकती है। वहीं कल के बाद से कभी भी सूची जारी हो सकती है। जिन सीटों पर कांग्रेस लगातार हार रही है वहा नए चेहरों को अब मौका मिलेगा। वहीं लगातार तीन बार हारे नेताओं को टिकट नहीं दिया जाएगा। मंगलवार यानी 12 सितंबर को भोपाल दिल्ली तक कांग्रेस में टिकट को लेकर मैराथन बैठक होगी। इस बैठक में कमलनाथ, प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल शामिल होंगे।