जयसिंहनगर से भाजपा की मनीषा सबसे आगे, तो कांग्रेस के नरेन्द्र सबसे पीछे

   आदिवासी बाहुल्य जिले की तीनों सीटों में गुलाबी ठंड के बीच चुनावी सरगर्मी तेजी से बढ़ती जा रही है। प्रत्याशी सुबह से देर रात तक गांव गांव सघन जनसंपर्क में जुटे हैं। इसके बाद दिन भर की गतिविधियों को पूरे विधानसभा क्षेत्र, जिला और प्रदेश तक पहुंचाने के लिए अपने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म का सहारा ले रहे हैं। अब कुछ प्रत्याशियों के साथ यह समस्या भी आ रही है कि उनके पास सोशल मीडिया प्लेटफार्म में ज्यादा फॉलोअर्स नहीं हैं, जिस कारण उनकी बात और गतिविधि एक साथ सबके पास नहीं पहुंच पा रही है। -----

 शहडोल। विश्वास हलवाई 

जिले की जैतपुर, जयसिंहनगर व ब्यौहारी तीनों ही सीटे आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित हैं, आदिवासी बाहुल्य होने के साथ ही इस वर्ग को ऊंचा उठाने और समाज में बराबर का हक दिलाने की नीयत से आरक्षण तो लागू कर दिया, लेकिन जिले की तीनो आदिवासी सीटों से चुनावी समर में उतरे कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशियों के द्वारा नामांकन के दौरान दिये गये संपत्ति के विवरण पर नजर डाली जाये तो, भाजपा के ब्यौहारी, जैतपुर और जयसिंहनगर से चुनावी समर में उतरे आदिवासी प्रत्याशी न सिर्फ करोड़पति हैं, बल्कि उनके हाथ एक ऐसी जादू की छड़ी भी है, जिससे उनकी संपत्ति में गुणात्मक इजाफा भी हुआ है। भाजपा की तुलना में कांग्रेस के द्वारा तीनों सीटों पर उतारे गये प्रत्याशियों में से जयसिंहनगर प्रत्याशी की कुल संपत्ति 1 करोड़ तक बमुश्किल पहुंचती है, बाकी के दोनों प्रत्याशी भी भले ही भाजपा प्रत्याशियों की तुलना में पीछे हैं, लेकिन करोड़पति तो हैं ही। वर्तमान में प्रदेश में सबसे मालदार प्रत्याशियों की चर्चाएं हो रही हैं, लेकिन आरक्षण प्राप्त आदिवासी समुदाय के नेता भी अब किसी से कमतर नहीं है। -

 मनीषा आगे, शरद तीसरे नंबर पर 

भारतीय जनता पार्टी के तीनों विधानसभा सीटो से चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों में जैतपुर विधानसभा से एक बार विधायक रही मनीषा ने बीते 5 वर्षो के दौरान अपनी संपत्ति को लगभग 5 गुना बढ़ाकर शपथ पत्र में प्रस्तुत किया है।  2018 में मनीषा ने अपनी चल संपत्ति 14 लाख 56 हजार 652 रूपये बताई थी, 2023 में यह संपत्ति 43 लाख 42 हजार 800 रूपये हो गई। वहीं इनके पति की संपत्ति भी 21 लाख दर्शाई गई है। संपत्ति की तुलना में मनीषा सबसे आगे हैं, वहीं 5 बार के विधायक और मंत्री रहे जयसिंह मरावी दूसरे नंबर पर हैं, उन्होंने चल संपत्ति 50 लाख 6 हजार 610 रूपये दर्शाई है। ब्यौहारी से दूसरी बार प्रत्याशी बने शरद कोल इस क्रम में तीसरे नंबर पर हैं, उनकी चल संपत्ति भले ही 44 लाख 73 हजार 800 रूपये दर्शाई गई है, लेकिन कुल संपत्ति के मामले में भी वे, मनीषा और जयसिंह से पीछे ही हैं। --

5 साल जिपं अध्यक्ष रहे नरेंद्र मरावी पीछे

 भाजपा की तरह ही कांग्रेस के द्वारा चुनावी समर में जिले की दो विधानसभा सीटो से उतारे गये प्रत्याशियों की संपत्ति भी करोड़ों में है। वहीं संभागीय मुख्यालय से कांग्रेस के प्रत्याशी नरेंद्र मरावी की कुल संपत्ति बमुश्किल उन्हें करोड़पति बना पा रही है। नरेन्द्र मरावी  पहले भाजपा में  थे और मंत्री का दर्जा भी प्राप्त था, हालांकि उन्होंने भाजपा की नीतियों से खफा होकर बीच में ही पार्टी छोड़ दी थी। नरेन्द्र मरावी की तरह ही जैतपुर से कांग्रेस की प्रत्याशी सुश्री उमा धुर्वे के पास भले ही 70 लाख की पुश्तैनी भूमि हो, लेकिन चल संपत्ति के नाम पर 11 लाख 58 हजार रूपये और 7 लाख के जेवरात ही हैं। इधर ब्यौहारी से पहली बार चुनावी मैदान में उतरे कांग्रेस के राम लखन अन्य दो प्रत्याशियों की तुलना में धनाढ्य हैं। उनके द्वारा 6 लाख 70 हजार 102 रूपये खुद की और 23 लाख 53 हजार 750 रूपये पत्नी की चल संपत्ति दर्शाई गई है और 1 करोड़ से अधिक की अचल संपत्ति और अन्य जेवरात आदि दर्शाए गये हैं। ----

  सोशल मीडिया पर शरद कोल 37 फॉलोअर्स लेकर सबसे आगे

ब्यौहारी से भाजपा विधायक और प्रत्याशी शरद कोल तीनों सीटों में भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों से सोशल मीडिया प्लेटफार्म में फॉलोअर्स के मामले में सबसे आगे हैं। फेसबुक में उनके नाम और समर्थन वाले 5 अकाउंट हैं। जिसमें शरद जुगलाल कोल नाम की आईडी में 37 फॉलोअर्स हैं। इस अकाउंट में शरद कोल के दिनभर की गतिविधि पोस्ट होती रहती है। ---- इसी प्रकार नरेंद्र और रामलखन के 5 फॉलोअर्स है। साथ ही कांग्रेस के जैतपुर और ब्यौहारी सीट से उम्मीदवार नरेंद्र सिंह मरावी, रामलखन सिंह 5 -5 फॉलोअर्स लेकर दूसरे स्थान पर हैं। फेसबुक में नरेंद्र मरावी के नाम पर 2 अकाउंट हैं, जिसमें से एक 4 दिन पहले बनाया गया है। वहीं रामलखन सिंह के नाम से भी 2 अकाउंट हैं एक पुराना और एक नया है जिसमें 5 फॉलोअर्स हैं। - वहीं 4.9 फॉलोअर्स लेकर जयसिंह तीसरे स्थान पर हैं, अगर देखा जाये तो जयसिंहनगर विधायक और जैतपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी जयसिंह मरावी के नाम से भी फेसबुक में 2 अकाउंट हैं। इनमें एक एक्टिव है जिसमें 4.9 फॉलोअर्स हैं। वहीं जयसिंह नगर सीट मनीषा सिंह के नाम भी फेसबुक में 2 अकाउंट हैं। एक में लगभग 4 फ्रेंड हैं वहीं दूसरे में 868 हैं। एक अकाउंट एक्टिव है। 

बात मुद्दे की यह है कि उमा धुर्वे के नाम फेसबुक में 5 अकाउंट जैतपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और बुढ़ार जनपद की अध्यक्ष उमा धुर्वे के नाम फेसबुक में 5 अकाउंट हैं। इनमें से 2 अकाउंट एक्टिव हैं जिनमें एक में 4475 और एक में 2805 की फ्रैंड लिस्ट है। वहीं 3 अकाउंट एक्टिव नहीं हैं।  देखा जाये तो प्रत्याशियों की इंस्टाग्राम में नहीं है कोई रुचि नहीं है और भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों की इंस्टाग्राम में कोई खास रुचि नहीं है। इंस्टाग्राम प्लेटफार्म में न तो ज्यादा पोस्ट होते हैं और न ही इनके ज्यादा फॉलोअर्स हैं। सबसे ज्यादा शरद कोल के 2288 फॉलोअर्स और 2022 पोस्ट हैं। दूसरे नंबर पर जयसिंह के 1190 फॉलोअर्स और 584 पोस्ट हैं। तीसरे नंबर पर मनीषा सिंह के 965 फॉलोअर्स और 22 पोस्ट हैं। चौथे नंबर पर नरेंद्र मरावी 834 फॉलोअर्स और 17 पोस्ट हैं। इनके अलावा उमा धुर्वे के 106 फॉलोअर्स और 2 पोस्ट, रामलखन सिंह के 32 फॉलोअर्स और 181 पोस्ट हैं। 

भाजपा और कांग्रेस सोशल मीडिया प्लेटफार्म को जनता तक पहुंचने का एक बड़ा जरिया मान कर चल रही हैं। दोनों पार्टियों में सोशल मीडिया विंग बनाई गई है, जिसमें प्रदेश से मिले कंटेंट और प्रत्याशियों के दिन भर की गतिविधि को पोस्ट करना होता है।अब पार्टी के सामने एक चुनौती यह सामने आ रही है कि जब अकाउंट में ज्यादा फॉलोअर्स नहीं है तो बात जनता तक कैसे पहुंचाएं। भाजपा और कांग्रेस ने उम्मीदवारों को सोशल मीडिया प्लेटफार्म में फॉलोअर्स बढ़ाने का भी फरमान जारी किया है।