भोपाल ।  इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते चुनावी रंग अभी से नजर आने लगा है। राजपूत, कुशवाह, साहू समाज के बाद अब ब्राह्मण समाज भेल के जंबूरी मैदान पर शक्ति प्रदर्शन के लिए तैयार है। ब्राह्मण समाज के पदाधिकारी प्रदेश भर से पांच लाख ब्राह्मण समाज के लोग जुटने का दावा कर रहे हैं। चार जून को मप्र के सभी ब्राह्मण संगठन मिलकर एक ही मंच पर विशाल ब्राह्मण महाकुंभ हुंकार भरेंगे। ब्राह्मण समाज की 11 सूत्रीय मांगों को सरकार के सामने रखा जाएगा। इसमें ब्राह्मण आयोग का गठन कराना प्रमुख मांग है। ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष गौरीशंकर कक्का ने बताया कि महाकुंभ के मुख्य अतिथि के रूप में सनातन धर्म के सबसे बड़े आचार्य द्वारिकापीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी सदानन्द सरस्वती महाराज, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल होंगे। महाकुंभ में सभी राजनीतिक दलों के ब्राह्मण नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। पंडित पुष्पेंद्र मिश्र ने बताया कि ब्राह्मण समाज के सभी संगठन एक मंच पर आकर सभी राजनीतिक दलों को यह संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं कि ब्राह्मणों के समर्थन बिना इस प्रदेश में किसी की भी सरकार बनने वाली नहीं है। बता दें कि वर्ष 2018 में भी ब्राह्मणों की नाराजगी के चलते भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल होना पड़ा था।

तैयारियां हुई तेज, आमंत्रण पत्र पहुंचाए जा रहे

जंबूरी मैदान पर टेंट लगने सहित अन्य तैयारियां चल रही हैं। ब्राह्मण समाज के प्रमुख लोगों के आयोजन की तैयारियों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सभी राजनीतिक दलों के ब्राह्मण प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी गुरुवार को निमंत्रण दिया गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा, मंत्री गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा सहित अन्य लोगों को आमंत्रित किया गया।

पीले चावल देकर आमंत्रित किया जा रहा

समाज के लोगों को पीले चावल देकर आमंत्रित किया गया है। 11 सूत्रीय में से सबसे बड़ी मांग ब्राह्मण आयोग के गठन की है। एट्रोसिटी एक्ट, पुजारियों के मानदेय, जमीन का आवंटन आदि मांगें भी शामिल हैं। डा उमेश तिवारी ने बताया कि पुजारियों को लेकर प्रदेशभर में सर्वे हो। प्रमुख समेत कालोनियों में बने मंदिरों के पुजारियों को भी मानदेय दिया जाना चाहिए।