भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव 20 दिसंबर को खंडवा जिले के ओंकारेश्वर जलाशय में बनाए गए फ्लोटिंग सोलर ऊर्जा प्लांट का उद्घाटन करने पहुंचेंगे। बता दें कि, खंडवा जिले के मांधाता विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नर्मदा के आंचल पर एशिया के सबसे बड़े ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर प्लांट से विद्युत उत्पादन शुरू कर दिया गया है। फिलहाल यह सोलर प्लांट अपनी पूरी क्षमता के साथ 278 मेगावाट विद्युत उत्पादन कर रहा है। प्रदेश की इस उपलब्धि को ग्रीन ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर मध्य प्रदेश का एक महत्वपूर्ण कदम माना का रहा है।
ओंकारेश्वर बांध परियोजना के साथ नर्मदा में फ्लोटिंग सोलर प्लांट से बिजली उत्पादन बढऩे से क्षेत्र को भी फायदा मिलेगा। वहीं जिले की मान्धाता विधानसभा क्षेत्र की जनता ने अब उम्मीद जताई है कि ओंकारेश्वर बांध परियोजना से 520 मेगावाट तथा फ्लोटिंग सोलर प्लांट से 278 मेगावाट बिजली उत्पादन का लाभ क्षेत्र की जनता को मिलेगा। क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि क्षेत्र को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराई जाए और क्षेत्र के बेरोजगारों को रोजगार दिया जाए। इस दौरान समाजसेवी नवल किशोर शर्मा, जयप्रकाश पुरोहित, भाजपा नेता विजय जैन, समाजसेवी ललित दुबे, प्रभाकर केल्हारकर, घनश्याम, दिलीप वर्मा, आनंद वर्मा ने शासन से मांग की है कि ओंकारेश्वर क्षेत्र को नि:शुल्क बिजली दी जाए।


मांधाता विधानसभा क्षेत्र में नहीं हैं बड़े उद्योग धंधे
प्रदेश के खंडवा लोकसभा क्षेत्र से सांसद एवं स्थानीय मान्धाता विधानसभा से विधायक की निष्क्रियता के चलते यह क्षेत्र उद्योगों से वंचित है। इस कारण क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बेरोजगारी की स्थिति है। जबकि यहां मौजूद बांध परियोजनाओं के निर्माण हेतु स्थानीय लोगों ने बड़ा त्याग किया है। बावजूद इसके प्रदेश की पूर्व की शिवराज सरकार एवं वर्तमान की मोहन सरकार भी अपने एक साल के कार्यकाल में ओंकारेश्वर क्षेत्र वासियों को कोई विशेष सुविधा नहीं दे पाई है।


मछुआरा समितियां मुख्यमंत्री को सौंपेंगी ज्ञापन
ओंकारेश्वर क्षेत्र में मुख्यमंत्री के आगमन की खबरों के बीच स्थानीय मछुआरा समाज संगठन प्रमुख दिलीप वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री के आगमन पर परियोजना से प्रभावित मछुआरा सहकारी समितियों के बेरोजगार मछुआरे सीएम मोहन यादव से मुलाकात कर अपने रोजगार सहित विभिन्न समस्याओं एवं मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपेंगे।